उपराष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह: जगदीप धनखड़ के शामिल होने पर उद्धव गुट का बड़ा बयान, 'पूरा विपक्ष...'
Jagdeep Dhankhar News: उद्धव गुट के नेता आनंद दुबे ने कहा कि जगदीप धनखड़ बिल्कुल किसी से डरे नहीं और धबराए नहीं. हम उनकी बड़ी इज्जत करते हैं और उनकी दीर्घायु की कामना करते हैं.

सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार (12 सितंबर) को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. समारोह के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी शामिल हुए. इस पर उद्धव ठाकरे गुट ने प्रतिक्रिया दी है. शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने कहा कि पूरा विपक्ष जगदीप धनखड़ के साथ चट्टान बनकर खड़ा है, वो बिल्कुल किसी से डरें नहीं.
उद्धव गुट के नेता आनंद दुबे ने कहा, ''हम कामना करते हैं कि जगदीप धनखड़ स्वस्थ रहें और दीर्घायु हों. पिछले कई दिनों से वो दिखे नहीं थे, आज वो सबके सामने जनता के बीच में आए हैं. हम यही चाहेंगे कि वो आने वाले समय में भी वो बिना पद पर रहे देश की सेवा करते रहें. पूरा विपक्ष उनके साथ चट्टान बनकर खड़ा है, वो बिल्कुल किसी से डरे नहीं और धबराए नहीं. हम उनकी बड़ी इज्जत करते हैं.''
राहुल गांधी को लेकर क्या बोले आनंद दुबे?
उपराष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह में राहुल गांधी के शामिल न होने पर उद्धव गुट के नेता ने प्रतिक्रिया दी. आनंद दुबे ने कहा, ''राहुल गांधी के पूर्व नियोजित कार्यक्रम हैं. वो देश के नेता प्रतिपक्ष हैं और उनके ऊपर बहुत बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां हैं. हो सकता है कि राहुल गांधी कहीं दूसरे मुद्दों पर व्यस्त हों.''
राहुल गांधी पर बीजेपी अनाप-शनाप आरोप लगा रही-दुबे
आनंद दुबे ने आगे कहा, ''इसको राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए. बहुत सारे प्रसंग आएंगे, जब उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से राहुल गांधी मिलेंगे. इस समय राहुल गांधी चुनाव आयोग को घेरने की काम कर रहे हैं, जिससे बीजेपी बौखलाई है और उन पर अनाप शनाप आरोप लगा रही है.''
शिंदे की शिवसेना आपदा में अवसर खोज रही- आनंद दुबे
संजय राउत के खिलाफ शिंदे गुट की पुलिस में शिकायत पर शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा, ''एकनाथ शिंदे की शिवसेना आपदा में अवसर खोज रही है. इसे ही राजनीतिक गिद्ध कहा जाता है. संजय राउत नेपाल की स्थिति को देखकर ये बोल रहे हैं कि हम सबको सावधान रहना चाहिए. किसी भी देश के नागरिक को सावधान रहना चाहिए. सरकार को सावधान रहना चाहिए.''
जिसकी छोटी मानसिकता है वो छोटा सोचता है- आनंद दुबे
उन्होंने आगे कहा, ''जिसकी छोटी मानसिकता है वो छोटा सोचता है. कोई पुलिस स्टेशन में जाकर एफआईआर करवाता है और कोई देश के लिए बहनों की मांग की सिंदूर के लिए जान की बाजी लगाना चाहता है. यही फर्क दोनों पार्टियों में है.''
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Source: IOCL






















