छात्रों की यूनिफॉर्म पर छिड़ा सियासी संग्राम, ठाकरे-शरद पवार गुट ने शिंदे सरकार को घेरा
Maharashtra News: महाराष्ट्र सरकार की तरफ से जिला परिषद स्कूलों में आठवीं तक के 45 लाख छात्रों को इस साल 15 अगस्त तक यूनिफॉर्म मिलनी थी, लेकिन विपक्ष इसमें देरी का आरोप लगा रहा है.
Maharashtra News: शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे ने सोमवार को महाराष्ट्र सरकार पर समय सीमा बीत जाने के बावजूद 45 लाख पात्र छात्रों को स्कूल यूनिफॉर्म उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया. दरअसल, एकनाथ शिंदे सरकार की 'एक स्टेट एक यूनिफॉर्म' स्कीम के तहत, जिला परिषद स्कूलों में कक्षा 1 से आठ तक के लगभग 45 लाख छात्रों को इस साल 15 अगस्त तक यूनिफॉर्म मिलनी थी.
एक्स पर एक पोस्ट में, महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता ने कहा, "अभी तक केवल 24 लाख छात्रों को स्कूल यूनिफॉर्म दी गई है और ये भी फर्जी हैं." खराब तरीके से सिली गई सरकारी यूनिफॉर्म वाले एक छात्र की तस्वीर अपलोड करते हुए उन्होंने कहा कि क्या यह छात्रों का मजाक नहीं है.
वहीं राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर की आलोचना करते हुए, विपक्ष के नेता ने कहा, "छात्रों को प्रयोगशाला में पढ़ना चाहिए लेकिन छात्र अब खुद एक प्रयोगशाला बन गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया, "यहां तक कि छात्रों की वर्दी भी सरकार के भ्रष्टाचार से बच नहीं पाई है."
मंत्री केसरकर ने कहा कि एक जोड़ी यूनिफॉर्म स्थानीय महिलाओं द्वारा सिली जा रही है जबकि दूसरी महिला आर्थिक विकास महामंडल (MAVIM) द्वारा बनाई जा रही है. करीब 20,000 महिलाएं यूनिफॉर्म सिल रही हैं. अगर कोई यूनिफॉर्म ठीक से नहीं सिली गई है, तो उसे दोबारा सिलना चाहिए. हम कपड़ा उपलब्ध कराएंगे.
मंत्री ने दावा किया अच्छी क्वालिटी वाले कपड़े का इस्तेमाल किया जा रहा है. चूंकि पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में यूनिफॉर्म सिली जा रही हैं, इसलिए कुछ देरी हो रही है.
बता दें कि महाविकास अघाड़ी के नेता महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की महायुति सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. एमवीए के नेता महायुति को अलग-अलग मुद्दों पर घेर रहे हैं.
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