संजय राउत पर भड़के शिंदे गुट के सांसद, 'रावलपिंडी या लाहौर से...'
भारत-पाकिस्तान में सीजफायर के ऐलान के बाद संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पूरा बदला लेंगे, छोड़ेंगे नहीं, पाकिस्तान के टुकड़े करेंगे की भाषा थी. तुमने इसे कहां टुकड़ों में काटा?

Sanjay Raut News: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारतीय सेना के पराक्रम के बीच शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत और अरविंद सावंत बीजेपी को निशाने पर ले रहे हैं. संजय राउत ने सोमवार (12 मई) को कहा कि बीजेपी का कहना था कि पूरा बदला लेंगे, छोड़ेंगे नहीं, पाकिस्तान के टुकड़े करेंगे की भाषा थी. तुमने इसे कहां टुकड़ों में काटा?
संजय राउत के बयान को लेकर अब शिवसेना के सांसद नरेश म्हस्के ने कहा है कि दोनों नेताओं के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ''भारतीय सेना की कार्रवाई पर संदेह करने वाले संजय राउत और अरविंद सावंत पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं और पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता बन गए हैं.''
सांसद म्हस्के ने कहा कि पिछले दो दिनों से संजय राउत और अरविंद सावंत भारतीय सेना की कार्रवाई को लेकर संदेहजनक माहौल बना रहे हैं. उनके मुंह से पाकिस्तानी सेना और नेताओं की भाषा निकल रही है. भारतीय वायुसेना के पायलट सतर्क हैं और आदेश का इंतजार कर रहे हैं. ‘गिरे तो भी टांग ऊपर’ कहने का मतलब क्या यह पायलटों का अपमान नहीं है? इस पर अरविंद सावंत को तुरंत सफाई देनी चाहिए.
पाकिस्तान की भाषा क्यों बोल रहे- शिवसेना सांसद
नरेश म्हस्के ने कहा, ''भारतीय सेना भारत की सेना है. उन पर भरोसा करने की बजाय पाकिस्तान की भाषा क्यों बोल रहे हो? राउत और सावंत द्वारा भारतीय सेना के बारे में दिए गए बयानों की हर नागरिक को निंदा करनी चाहिए. 1971 में भारत ने पाकिस्तान पर विजय प्राप्त की थी, तब पाकिस्तानी अखबारों में पाकिस्तान की जीत की झूठी खबरें छपी थीं.''
उन्होंने कहा, ''आज भी पाकिस्तानी अखबारों में जीत की खबरें आ रही हैं, लेकिन आज के विपक्ष को भी 1971 की तरह सरकार पर विश्वास जताना चाहिए. आप पाकिस्तान की सेना पर भरोसा करोगे, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भरोसा करोगे या भारतीय सेना पर?''
उन्होंने कहा, ''भारतीय सेना किसी पार्टी की नहीं, बल्कि देश की सेना है. सेना ने फोटो और वीडियो सहित सबूत दिए हैं, फिर भी उस पर सवाल उठाना और गलतफहमियां फैलाना यह सेना का अपमान और देशद्रोह है.''
संजय राउत पर तंज
नरेश म्हस्के ने कहा, ''आज के राउत के बयान देखकर लगता है कि वे पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता या पाकिस्तान के किसी अखबार के संपादक बनना चाहते हैं. 2006 के मुंबई लोकल ट्रेन बम धमाके और 2008 के मुंबई हमले के समय संजय राउत को इंदिरा गांधी की याद क्यों नहीं आई?''
उन्होंने कहा, ''उस समय प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह थे, लेकिन सत्ता सोनिया गांधी चला रही थीं. तब पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक क्यों नहीं की गई? क्या राउत सोनिया गांधी से यह सवाल पूछेंगे? पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले राउत और सावंत को क्या रावलपिंडी या लाहौर से सांसद का चुनाव लड़ना है?''
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Source: IOCL























