'आतंकवाद के खिलाफ हम एकजुट', PAK का पर्दाफाश करने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रियंका चतुर्वेदी
All Party Delegation: शिवसेना UBT की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मिशन सिंदूर में शामिल होने पर गर्व जताते हुए इसे पाकिस्तान के खिलाफ भारत की एकजुट वैश्विक लड़ाई बताया. जानिए उन्होंने किसे धन्यवाद कहा.

All Party Delegation on Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन के बाद केंद्र सरकार ने शनिवार (17 मई) को एक बड़ा कदम उठाते हुए 59 सांसदों की सूची जारी गई है. ये सांसद 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के रूप में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में ऑपरेशन सिंदूर को मद्देनजर रखते हुए भारत की आवाज को बुलंद करेंगे. इनमें एक नाम एक नाम शिवसेना (UBT) की नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का नाम भी शामिल है.
प्रियंका चतुर्वेदी दूसरे ग्रुप में शामिल हैं, जिसकी अगुवाई BJP नेता रविशंकर प्रसाद करेंगे. यह दल UK, फ्रांस, जर्मनी, इटली, डेनमार्क और यूरोपीय संघ की यात्रा करेगा. इस समूह में BJP की डी. पुरंदेश्वरी, कांग्रेस के अमर सिंह और अन्य सांसद भी शामिल हैं. इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनने पर प्रियंका चतुर्वेदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं- प्रियंका चतुर्वेदी
प्रियंका चतुर्वेदी ने X पर लिखा, "ऑपरेशन सिंदूर का हिस्सा बनने और रविशंकर के नेतृत्व में पश्चिमी यूरोप की यात्रा पर जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल होकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं. यह पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने के खिलाफ हमारी एकजुट लड़ाई है." उन्होंने इस अवसर पर अपने नेता उद्धव बालासाहेब ठाकरे का आभार प्रकट किया और साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू का भी धन्यवाद दिया.
Truly humbled and honoured to be part of Mission Sindoor and be part of the all party delegation being led by Hon. Ravi Shankar ji to Western Europe. This is our united effort to expose Pakistan globally for aiding and abetting terrorism. This is our fight back.
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) May 17, 2025
Would take this… pic.twitter.com/Jp1I2PvAQ7
30 से अधिक देशों की यात्रा करेंगे 59 सांसद
बता दें कि प्रतिनिधिमंडलों में सत्ता पक्ष, सहयोगी दलों, स्वतंत्र सांसदों के साथ-साथ विपक्ष के भी प्रतिनिधि शामिल हैं. ये टीमें एशिया, यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका के 30 से अधिक देशों की यात्रा करेंगी और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की आतंकवाद के खिलाफ मुहिम को समर्थन दिलाने की कोशिश करेंगी.
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की वैश्विक कूटनीति में यह एक अहम मोड़ है, जहां देश के सांसद मिलकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का पक्ष रखेंगे और आतंकवाद के खिलाफ मजबूत राय बनाएंगे. यह भारत की लोकतांत्रिक शक्ति और कूटनीतिक परिपक्वता का प्रतीक है.
Source: IOCL
























