बेटे से जुड़े लैंड केस पर अजित पवार बोले, 'राजनीतिक दबाव में आए बिना पारदर्शी कार्रवाई हो'
Parth Pawar Land Case: डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि तीन लोगों पर एफआईआर हुई है. इसमें पार्थ पवार का नाम नहीं है. उन्होंने कहा कि बिना किसी राजनीतिक दबाव के जांच होनी चाहिए.

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने बेटे पार्थ पवार के नाम पर चल रहे पुणे के विवादित 300 करोड़ के भूमि सौदे के मामले पर प्रतिक्रिया दी है. अजित पवार ने कहा कि उन्होंने पहले ही स्पष्ट किया था कि इस मामले में शाम तक विस्तृत स्पष्टीकरण देंगे.
अजित पवार ने कहा, “मेरे 35 साल के राजनीतिक जीवन में मैंने कभी भी नियमों के खिलाफ जाकर कोई काम नहीं किया. आज तक मुझ पर लगाए गए किसी भी आरोप को सिद्ध नहीं किया जा सका है. इसके बावजूद मुझे बार-बार निशाना बनाया जाता है.” उन्होंने कहा कि अगर उनके करीबी रिश्तेदार या परिवार के सदस्य किसी गलत व्यवहार में शामिल होते हैं, तो भी वह उन्हें हमेशा नियमों के दायरे में रहकर काम करने की सलाह देते हैं.
जांच में मेरा पूरा समर्थन- अजित पवार
अजित पवार ने बताया कि जब यह विवाद बढ़ा, तब उन्होंने मुख्यमंत्री से फोन पर बात की थी और कहा था कि अगर जांच करनी है तो पूरी पारदर्शिता से की जाए, उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा, “मैंने खुद मुख्यमंत्री को कहा कि जांच करें, मेरा पूरा समर्थन रहेगा ताकि जनता के सामने सच्चाई आए.”
विरोधी टारगेट करने की कोशिश कर रहे- डिप्टी सीएम
उपमुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस लेन-देन में एक रुपया भी नहीं दिया गया, बावजूद इसके विरोधियों ने बड़े-बड़े आंकड़े बताकर उन्हें टारगेट करने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि अब इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज रद्द कर दिए गए हैं और राजस्व सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई है, जो एक महीने में रिपोर्ट देगी.
दबाव में आए बिना पारदर्शी कार्रवाई करें- पवार
अजित पवार ने कहा कि उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भविष्य में अगर कोई भी मामला उनके या उनके रिश्तेदारों से जुड़ा हो तो किसी भी राजनीतिक दबाव में आए बिना पारदर्शी कार्रवाई करें. उन्होंने कहा, “यह सरकारी जमीन है. जो पहले महार वतन की जमीन रही है. ऐसी जमीन का सौदा हो ही नहीं सकता. अब रेवेन्यू डिपार्टमेंट जांच कर रहा है कि यह रजिस्ट्रेशन कैसे हुआ और कौन जिम्मेदार है.”
पार्थ पवार का नाम एफआईआर में नहीं- अजित पवार
अजित पवार ने यह भी बताया कि तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे ने स्पष्ट किया है कि जिन लोगों ने कार्यालय में जाकर दस्तखत कराए, उन्हीं पर मामला दर्ज हुआ है, पार्थ पवार का नाम एफआईआर में नहीं है. उन्होंने कहा कि यह जमीन का पुराना मामला है, जिसका सौदा 2005-06 में कुछ लोगों ने किया था, और पार्थ पवार या उनके साथी दिग्विजय पाटिल को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
अंत में अजित पवार ने कहा, “एक महीने में सच्चाई सामने आ जाएगी. चाहे कोई भी शामिल हो रिश्तेदार क्यों न हो जांच ईमानदारी से होनी चाहिए. अधिकारी किसी से न डरें. बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान हमारे साथ है.”
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Source: IOCL






















