'ऑपरेशन सिंदूर' पर सवाल उठाने वालों को संजय निरुपम का जवाब, बोले- 'ये नीचता के स्तर का...'
Operation Sindoor: संजय निरुपम ने कहा कि सिंदूर भारतीय संस्कृति का एक हिस्सा है. इसका किसी धर्म विशेष से लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे बेहतर नाम इस ऑपरेशन का नहीं हो सकता था.

Sanjay Nirupam On Operation Sindoor: भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्थित आतंकियों के ठिकानों को ऑपरेशन सिंदूर के तहत तबाह कर दिया. वहीं कांग्रेस के नेता उदित राज ने इस ऑपरेशन के नाम पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि सिंदूर एक धर्म से जुड़ा है इसका नाम कुछ और होता तो बेहतर होता. वहीं अब कांग्रेस नेता के बयान पर शिवसेना शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने जवाब दिया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में संजय निरुपम ने कहा, "आज ऑपरेशन सिंदूर के विषय पर ऑल पार्टी मीटिंग हुई, जिसमें तमाम विपक्ष के लोग और एनडीए के दलों ने हिस्सा लिया और हमारी सेना के पराक्रम की तारीफ की. ये मुश्किल घड़ी है इसमें सभी को एक साथ होना चाहिए. "
'सिंदूर भारतीय संस्कृति का हिस्सा'
शिवसेना नेता ने आगे कहा, "ये बहुत ही नीचता के स्तर का बयान है. सिंदूर भारतीय संस्कृति का एक हिस्सा है. इसका किसी धर्म विशेष से लेना देना नहीं है. भारतीय महिलाएं अपने सुहाग के लिए अपनी मांग में सिंदूर लगाती हैं. जिन लोगों ने पहलगाम में हमला किया था, उन्होंने ढूंढ ढूंढकर हमारी माताओं, बहनों और बेटियों के सिंदूर पोछ दिए उनके सुहाग लूट लिए, इसलिए इस ऑपरेशन का नाम सिंदूर से बेहतर दूसरा नहीं हो सकता था."
उन्होंने कहा, "अगर जिन लोगों को ऑपरेशन सिंदूर पर ऐतराज है या इसमें किसी प्रकार की राजनीति दिख रही है वो बहुत ही नीची हरकत कर रहे हैं. ऐसे समय में जब पूरा देश एकजुट है तब ऐसी नीचता का काम नहीं करना चाहिए."
'ये अपरिपक्वता को दिखाता है'
वहीं राज ठाकरे के बयान पर जवाब देते हुए संजय निरुपम ने कहा, "उनको ऐसा नहीं बोलना चाहिए क्योंकि आज भारत में एकजुटता की जरूरत है. आज असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से लेकर कांग्रेस तक सभी पार्टियों ने सेना के पराक्रम का समर्थन किया है. ऐसे में किसी पार्टी के नेता का ऐसा बयान उनके अपरिपक्वता को दिखाता है. ऐसा लगता है उन्हें भारत की सेना पर भरोसा नहीं है. ऐसा लग रहा है उनके मन में हमारी बहनों के सुहाग लूटे जाने की पीड़ा नहीं है."
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