नागपुर में पुलिस से बदसलूकी करते हुए दी धमकी, BJP नेता और दो बेटों पर केस दर्ज
Nagpur Crime News: यह घटना दंतोली पुलिस स्टेशन में हुई, जहां बीजेपी नेता ओमप्रकाश उर्फ मुन्ना यादव और उनके भाई बाला यादव अपने घर पर झगड़े के बाद एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने गए थे.
Nagpur Police Booked BJP Leader: महाराष्ट्र के नागपुर में पुलिस को धमकी देने और बदसलूकी करने का बेहद ही गंभीर मामला सामने आया है. बीजेपी एक नेता और उसके बेटों पर धमकी देने का आरोप है. इस मामले में नागपुर में पुलिस ने कथित तौर पर पुलिस को धमकी देने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में बीजेपी नेता और उनके दो बेटों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एक अधिकारी ने रविवार (6 अक्टूबर) को इस संबंध में जानकारी दी है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना दंतोली पुलिस स्टेशन में हुई, जहां बीजेपी नेता ओमप्रकाश उर्फ मुन्ना यादव और उनके भाई बाला यादव अजनी चौराहे के पास अपने घर पर हिंसक झगड़े के बाद एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने गए थे.
बीजेपी नेता ओमप्रकाश उर्फ मुन्ना पर धमकी का आरोप
जानकारी के मुताबिक ओमप्रकाश उर्फ मुन्ना महाराष्ट्र भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हैं. बताया जा रहा है कि शनिवार आधी रात के करीब मुन्ना के बेटे करन और अर्जुन पर बाला यादव और उसके दोस्तों ने हमला कर दिया था. इससे झगड़ काफी बढ़ गया. इससे करण और अर्जुन के समर्थकों ने भी दूसरे पक्ष के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी.
झगड़े के दौरान तीन गाड़ियां क्षतिग्रस्त- पुलिस
पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि इस झगड़े के दौरान तीन गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं. झड़प के बाद, दोनों पक्ष पुलिस स्टेशन गए, जहां वे बहस करते रहे. पुलिस ने उनकी एक कार से धारदार हथियार बरामद किए. जैसे ही पुलिस ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, मुन्ना के बेटे अर्जुन उनसे बहस करने लगे.
पुलिस को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी
पुलिस अधिकारी ने कहा, जल्द ही बीजेपी नेता मुन्ना वहां पहुंचा और पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए धमकी दी. अधिकारी ने कहा बाद में, जब पुलिस बाला यादव के घायल बेटों को अस्पताल ले जा रही थी, तो मुन्ना ने फिर से पुलिस को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी.
बीजेपी नेता उसके बेटों कई धाराओं में केस दर्ज
पुलिस ने मुन्ना और उसके बेटों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत हमला करने या लोक सेवक को उनकी ड्यूटी करने से रोकने के लिए आपराधिक बल का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया है. अधिकारी ने कहा कि शांति भंग करने और आपराधिक धमकी देने के इरादे से जानबूझकर अपमान किया गया.
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