Mumbai News: कल्याण रेलवे स्टेशन पर मिला लावारिस बक्सा, खोला तो उड़े होश! मिले 54 डेटोनेटर
Kalyan Railway Station: कल्याण रेलवे स्टेशन की जीआरपी ने बताया कि लावारिस बक्से के मिलने के बाद डॉग स्क्वाड और बीडीडीएस की टीम को बुलाया गया जिन्होंने बक्से को खोला और विस्फोटक बरामद किया गया.
Maharashtra News: मुंबई से सटे ठाणे जिले के कल्याण रेलवे स्टेशन (Kalyan Railway Station) पर मौजूद यात्री उस वक्त सकते में आ गए जब उन्हें प्लेटफॉर्म पर डेटोनेटर होने की जानकारी मिली. बताया जा रहा है कि यह डेटोनेटर प्लेटफॉर्म पर बुधवार को दो लावारिस पड़े बक्सों में मौजूद था. बक्से से 50 से अधिक डेटोनेटर बरामद किए गए. सूचना मिलते ही राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) की टीम पहुंची. जिस वक्त यह डेटोनेटर प्लेटफॉर्म पर मिला यात्रियों की भारी भीड़ मौजूद थी.
अधिकारी ने बताया कि जीआरपी ने मध्य रेलवे (सीआर) मार्ग के कल्याण स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर बक्सों को लावारिस पड़े हुए पाया, जिसके बाद तुरंत खोजी कुत्तों और बम निरोधक दस्ते (BDDS) के कर्मियों को मौके पर बुलाया गया. अधिकारी ने बताया कि इस स्टेशन पर आमतौर पर भीड़भाड़ रहती है. लावारिस बक्से की जानकारी मिलने पर बम निरोधक दस्ते ने बक्सों को अपने कब्जे में लेकर तलाशी ली और उनके अंदर से 54 डेटोनेटर (थोड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री वाला उपकरण) बरामद किए.
जीआरपी ने शुरू की मामले की जांच
जीआरपी के अधिकारी ने बताया कि कल्याण जीआरपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि अभी तक जब्ती के संबंध में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है. ठाणे शहर पुलिस सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने उस जगह का दौरा किया, जहां से डेटोनेटर वाले बक्से बरामद किए गए.
ठाणे में इस काम में डेटोनेटर का होता है इस्तेमाल
आमतौर पर डेटोनेटर का उपयोग ठाणे जिले की झीलों में अवैध रूप से मछली पकड़ने और खदानों में विस्फोट कार्य करने के लिए किया जाता है. मुंबई शहर के बाहरी इलाके में स्थित कल्याण रेलवे स्टेशन एक भीड़-भाड़ वाला रेलवे स्टेशन है, जहां से यात्रियों को लंबी दूरी के साथ-साथ उपनगरीय रेलगाड़ियों की सेवा मिलती है. बता दें कि 2008 के मुंबई अटैक के दौरान आतंकियों ने रेलवे स्टेशन पर भी गोलीबारी की थी. इस घटना के बाद से ही रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षाकर्मियों द्वारा विशेष अहतियात बरता जाता है.
ये भी पढ़ें- MARD Doctors Strike: 22 फरवरी से हड़ताल पर जाएंगे महाराष्ट्र के 8000 रेजिडेंट डॉक्टर्स, जानें- वजह
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets