Maharashtra: 'हवाएं भले ही बुझाने की कोशिश करें, लेकिन...', अब किस पर भड़के डिप्टी CM एकनाथ शिंदे?
Maharashtra Politics: शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह कोरोना महामारी के दौरान मैदान पर थे, जबकि कुछ लोग घर पर ही रहे.

Maharashtra News: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार (1 मार्च) को कहा कि शिवसेना हर गुजरते दिन के साथ मजबूत हो रही है और सभी दलों के नेता इसमें शामिल हो रहे हैं. शिंदे ने 'एकनाथ पर्व' पर कहा कि जून 2022 से 2024 के अंत तक मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में कई कल्याणकारी योजनाएं आईं, जिनमें प्रमुख 'लाडकी बहिन योजना' भी शामिल है. इसके तहत ढाई लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय वाली महिलाओं को मासिक सहायता के रूप में 1,500 रुपये मिलते हैं.
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह कोरोना महामारी के दौरान मैदान पर थे, जबकि कुछ लोग घर पर ही रहे. दरअसल, शिंदे और भारतीय जनता पार्टी के नेता अकसर कोरोना महामारी के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर मुंबई के बांद्रा इलाके में अपने घर मातोश्री से प्रशासन को संचालित करने का आरोप लगाते रहे हैं.
शिवसेना का दीया जलता रहेगा-शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा, "शिवसेना दिन-प्रतिदिन मजबूत होती जा रही है और विभिन्न दलों के नेता प्रतिदिन हमारे साथ जुड़ रहे हैं. हवाएं भले ही बुझाने की कोशिश करें, लेकिन शिवसेना का दीया जलता रहेगा." बता दें महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के तीन महीने बाद ही उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) को लगातार झटके लगने शुरू हो गए हैं. पार्टी के कई दिग्गज नेता एकनाथ शिंदे के खेमे में शामिल हो रहे हैं.
हाल ही में तीन बार के विधायक और ठाकरे परिवार के कट्टर समर्थक राजन साल्वी ने अपने समर्थकों के साथ शिंदे गुट का दामन थाम लिया. इसके अलावा कोंकण क्षेत्र के एक अन्य पूर्व विधायक और शिवसेना (यूबीटी) के कई पदाधिकारी भी शिंदे की पार्टी में शामिल हो चुके हैं. पार्टी छोड़ने वालों में महिला शाखा की प्रमुख नेता राजुल पटेल भी शामिल हैं, जिससे ठाकरे गुट की स्थिति और कमजोर होती दिख रही है.
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Source: IOCL






















