महाराष्ट्र: शीतकालीन सत्र से पहले विपक्ष का Tea Party से किनारा, सरकार को इन मुद्दों पर घेरने की तैयारी
Maharashtra Assembly Winter Session: कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि टी पार्टी का निमंत्रण विपक्ष के नेताओं के बजाय व्यक्तिगत रूप से विधायकों को भेजा गया था.

महाराष्ट्र में सोमवार (08 दिसंबर) से हिवाली अधिवेशन (शीतकालीन सत्र) शुरू होने जा रहा है. इस बार का अधिवेशन काफी हंगामेदार होने की संभावना है. इसी बीच विपक्ष ने बड़ा फैसला लिया है. सत्र की शुरुआत होने की पूर्व संध्या पर रविवार (07 दिसंबर) को सरकार की परंपरागत टी पार्टी का बहिष्कार किया.
विपक्ष का कहना है कि सरकार राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं (एलओपी) की नियुक्ति करने में विफल रही है. कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चाय पार्टी का निमंत्रण विपक्ष के नेताओं के बजाय व्यक्तिगत रूप से विधायकों को भेजा गया था.
महाराष्ट्र में हर तरफ भ्रष्टाचार फैला हुआ- MVA
विपक्षी महाविकास आघाड़ी का कहना है कि राज्य में हर तरफ भ्रष्टाचार फैला हुआ है, किसान बेहाल है और इसी कारण अधिवेशन से पहले आयोजित चाय सम्मेलन का हम बहिष्कार कर रहे हैं. हम चाय-सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे.
कई मुद्दों पर सरकार की तीखी आलोचना
राज्य में कई ज्वलंत मुद्दों जैसे- किसानों की कर्जमाफी, बढ़ती अपराध की घटनाएं, महिलाओं पर अत्याचार, रोजगार आदि मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार को घेर रहा है. सरकार की तीखी आलोचना की जा रही है. इसी पृष्ठभूमि में 8 दिसंबर, सोमवार से उपराजधानी नागपुर में राज्य विधानमंडल का हिवाळी अधिवेशन शुरू हो रहा है. यह कुल सात दिनों का सत्र होगा, जो हंगामेदार रहने की संभावना है.
विपक्ष का सरकार पर गंभीर आरोप
विपक्ष का आरोप है कि सरकार को चर्चा नहीं चाहिए, वे सिर्फ लोगों को धोखा देना चाहते हैं. विपक्ष का कहना है कि भ्रष्टाचार करने के लिए सरकार में होड़ लगी है. राज्य में फिलहाल विपक्ष का नेता नहीं है. सरकार के पास पशुवत बहुमत है, और उसी बल पर वे मनमानी कर रहे हैं. भास्कर जाधव ने कहा, ''सरकार ने आधा राज्य अपंग कर दिया है. सभी मंत्री अपने-अपने विभागों के ठेकेदार बन गए हैं.''
विदर्भ के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए- भास्कर जाधव
जाधव ने आरोप लगाते हुए कहा, ''सत्ता पक्ष के विधायकों को हजारों करोड़ रुपये विकास निधि के तौर पर दी जा रही है लेकिन विपक्षी विधायकों के क्षेत्रों में ये फंड नहीं दिया जा रहा है. यह अधिवेशन विदर्भ में हो रहा है, इसलिए विदर्भ के मुद्दों पर प्राथमिकता से चर्चा होनी चाहिए लेकिन सरकार विदर्भ के मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार नहीं है.''
विजय वडेट्टीवार का सरकार पर हमला
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ''ठेकों में घोटाले हो रहे हैं. बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है. किसान बदहाली में जी रहा है.'' विपक्ष के चाय-सम्मेलन के बहिष्कार के कारण इस बार का शीतकालीन सत्र और ज्यादा विवादित और हंगामेदार हो सकता है.
Source: IOCL





















