'मैं सिंघम, तू सिंघम...', सीएम एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस पर भड़के संजय राउत
Badlapur Encounter News: शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस खुद को 'सिंघम' मानते हैं और एकनाथ शिंदे खुद को 'सिंघम' समझते हैं.
Badlapur Encounter News: महाराष्ट्र के बदलापुर में यौन उत्पीड़न के आरोपी अक्षय शिंदे की मौत को लेकर विपक्षी पार्टियां शिंदे सरकार को घेर रही है. आज (गुरुवार, 26 सितंबर) शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि वे खुद को 'सिंघम' मानते हैं, जो एक काल्पनिक कहानी पर आधारित फिल्म थी.
राउत ने कहा, ''बदलापुर एनकाउंटर को लेकर कल हाईकोर्ट ने (महाराष्ट्र) सरकार से सवाल किया है. हाईकोर्ट ने कहा कि एनकाउंटर असली नहीं लगता, यह फर्जी एनकाउंटर था. यह सच या झूठ का सवाल नहीं है, यह बलात्कारियों को सख्त सजा दिलाने का सवाल है. ऐसे मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में नहीं फंसना चाहिए. त्वरित न्याय होना चाहिए. लेकिन अगर आप अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए एनकाउंटर करते हैं तो यह गलत है.''
बॉम्बे हाई कोर्ट की अहम टिप्पणी
बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार को कहा था कि बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे को गोली मारने से बचा जा सकता था और उसकी मौत की जांच निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए.
संजय राउत ने कहा, ''देवेंद्र फडणवीस खुद को 'सिंघम' मानते हैं. इन दोनों (देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे) के बीच 'सिंघम' कौन है, यह तय करने की होड़ मची हुई है. एनकाउंटर का श्रेय लेने की होड़ मची हुई है. क्या जितनों ने भी बलात्कार किए है सबका एनकाउंटर आप करेंगे ? कर दो सबका एनकाउंटर. ये रहस्य कुछ और है, ये बीजेपी और आरएसएस को बचाने के लिए एनकाउंटर किया है.''
आप कितने लोगों का एनकाउंटर करने जा रहे हैं?- संजय राउत
शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के पोस्टर्स को लेकर का कि एक तरफ फडणवीस तो दूसरी तरफ शिंदे के हाथ में बंदूक है, मानों उन्हें बड़ी बहादुरी दिखाते हुए परमवीर चक्र से सम्मानित किया जाने वाला है. महाराष्ट्र में, ठाणे जिले में, नागपुर में कई बलात्कार हुए हैं, आप कितने लोगों का एनकाउंटर करने जा रहे हैं? कल ही नालासोपारा में बीजेपी के एक पदाधिकारी को सामूहिक बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया, फडणवीस आप इसके लिए क्या करेंगे, क्या आप गोलियां चलाएंगे?
अक्षय शिंदे पर ठाणे जिले के बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न का आरोप था. उसे तलोजा जेल से वापस बदलापुर ले जाया जा रहा था तभी गोलीबारी की घटना हुई, जिसमें उसकी मौत हो गई. पुलिस के अनुसार, घटना सोमवार को उस वक्त हुई, जब अक्षय शिंदे को उसकी पूर्व पत्नी की तरफ से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में बदलापुर लाया जा रहा था.
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