Mahakal Temple: हाईटेक हुई महाकाल मंदिर की सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरों और फेस रिकॉग्निशन से होगी अपराधियों की पहचान
Ujjain News: 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन करने के बाद ही आम श्रद्धालुओं के लिए पूरा कॉरिडोर खोल दिया जाएगा. मंदिर में एक समय में 25 से 30000 श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं.
Mahakal Temple Corridor News: महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना के तहत जिस प्रकार से भव्यता और खूबसूरती पर ध्यान दिया गया है, उसी तरीके से यहां पर सुरक्षा के भी हाईटेक इंतजाम किए गए हैं. अब महाकालेश्वर मंदिर में कोई भी अपराधी या अराजक तत्व एंट्री नहीं कर पाएगा. मंदिर की सुरक्षा के लिए पूरे इलाके में अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने किये थे महाकाल के दर्शन
उल्लेखनीय है कि उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में बिकरू कांड के कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने अंदर घुस कर भगवान महाकाल के दर्शन किए थे. हालांकि इसके बाद उसे सुरक्षाकर्मियों और पुलिस की मदद से पकड़ लिया गया था. भविष्य में ऐसे वांटेड अपराधी महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश न कर सकें, इसे लेकर यहां हाईटेक इंतजाम किए जा रहे हैं.
महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना के तहत ऐसे हाईटेक कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो वांटेड अपराधियों की तस्वीर कैमरे में कैद होने पर फेस रिकॉग्निशन के माध्यम से मंदिर में जाने से रोकेंगे. 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन करने के बाद ही आम श्रद्धालुओं के लिए पूरा कॉरिडोर खोल दिया जाएगा. इस दौरान यहां सारी सुरक्षा और सुविधाएं शुरू हो जाएंगी.
यहां मोबाइल से मिल जाएगी जानकारी
महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि विस्तारीकरण के दौरान एक नई वाॅल बनाई गई है. इस वॉल पर शिव पुराण से जुड़े सारे श्लोक अंकित किए गए हैं. श्रद्धालुओं को क्यूआर कोड के जरिए ऑडियो गाइड के माध्यम से भगवान शिव के बारे में समस्त जानकारी मिल जाएगी. यहां पर गाइड की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी. इसके अलावा मंदिर प्रशासन द्वारा विशेष प्रकार के इंस्ट्रूमेंट भी उपलब्ध कराए जाएंगे.
विस्तारीकरण के यह हुआ बदलाव
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि जहां पहले रुद्र सागर में पानी नहीं हुआ करता था वहां का स्वरूप अब पूरी तरह बदल गया है. विस्तारीकरण योजना के तहत यहां पर स्वच्छ और निर्मल पानी रुद्रसागर की सुंदरता बढ़ा रहा है. उन्होंने बताया कि 30 सितंबर तक सारे कार्य पूरे हो जाएंगे. मंदिर के आसपास जब प्लांटेशन हो जाएगा और जब घने पेड़ दिखाई देंगे तो यहां पूरा परिसर महाकाल वन क्षेत्र के रूप में ही जाना जाएगा. अब महाकाल मंदिर का पूरा क्षेत्र रुद्र सागर सहित लगभग 47 हेक्टेयर का हो गया है.
द्वितीय चरण में यहां होंगे विकास कार्य
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि प्रथम चरण पूर्ण होने के बाद दूसरे चरण के कार्य में छोटे रुद्र सागर को लिया जाएगा. इसके अलावा महाकालेश्वर मंदिर के अगले हिस्से का विस्तारीकरण किया जाएगा. इसके अतिरिक्त इमरजेंसी एग्जैक्ट और पंडे पुजारियों के लिए प्रथक से कक्ष आदि का निर्माण किया जाएगा.
12 लाख श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन
डीएम ने कहा कि परिसर में एक समय में 25 से 30000 श्रद्धालु रह सकते हैं जबकि एक दिन में 10 से 12 लाख लोग दर्शन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल 25 से 30 हजार लोग प्रतिदिन दर्शन कर रहे हैं.
फेस रिकॉग्निशन की सुविधा
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि महाकाल मंदिर कॉरीडोर में हाई डेफिनेशन के कैमरे लगाए जाएंगे जो कि फेस रिकॉग्निशन सुविधा से लैस रहेंगे. ऐसी स्थिति में यदि कोई श्रद्धालु परिसर में कहीं गुम हो जाता है तो उसे ढूंढने में भी आसानी रहेगी. उन्होंने कहा कि खासतौर पर छोटे बच्चे मंदिर परिसर में इधर-उधर हो जाते हैं. इसके अलावा कोई भी कुख्यात अपराधी मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा. मंदिर परिसर में किसी प्रकार की कोई अवैधानिक वस्तु नहीं ले जाई जा सके इसके लिए बैग स्केनर भी लगाए जा रहे हैं.
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