Watch: महाकाल लोक में मामूली बात पर श्रद्धालुओं के बीच चले लात घूसे, सामने आया घटना का वीडियो
Mahakal Lok: महाकाल लोक में ई-रिक्शा में बैठने की बात पर श्रद्धालुओं के बीच कहासुनी और मारपीट हो गई. इस घटना के बाद से महाकालेश्वर मंदिर समिति की निजी सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो रहा है.

Madhya Pradesh News: महाकाल लोक में छोटी सी बात को लेकर श्रद्धालुओं के बीच डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (WWF) जैसी फाइट देखने को मिली. इस दौरान महाकालेश्वर मंदिर की निजी सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. इस मामले में पुलिस सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर कार्रवाई का दावा कर रही है. दरअसल, महाकाल लोक में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ई-कोर्ट (ई-रिक्शा) चलाई जा रही है. इसी ई-रिक्शा में बैठने की बात को लेकर श्रद्धालुओं के बीच कहासुनी हो गई और यह कहासुनी धीरे-धीरे मारपीट में बदल गई.
इस दौरान परिसर में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी की स्थिति बन गई. हालांकि, वहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने ही दोनों पक्षों को अलग करवाया. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर महाकालेश्वर मंदिर समिति की निजी सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो रहा है. मंदिर में 100 से ज्यादा निजी सुरक्षाकर्मियों को व्यवस्था के लिए तैनात किया गया है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मारपीट के इस वीडियो ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है.
महाकाल लोक में ई-रिक्शा में बैठने की बात को लेकर श्रद्धालुओं में जमकर लात घुसा चले @abplive @ABPNews pic.twitter.com/Nw3wWkK7He
— vikram Singh jat (@vikramsinghjat7) January 27, 2023
हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमर लगे है
महाकाल लोक में सुरक्षा इंतजामों को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी गई है. यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके जरिए मॉनिटरिंग की जाती है. हालांकि, अचानक हुई मारपीट की घटना ने सुरक्षा इंतजाम और भी चौकस करने का प्रश्न उठा दिया है. नगर पुलिस अधीक्षक ओपी मिश्रा के मुताबिक इस मामले में सीसीटीवी कैमरे के आधार पर पुलिस की विवेचना जारी है.
किसी भी पक्ष ने नहीं ली पुलिस की मदद
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मारपीट के वीडियो को लेकर नगर पुलिस अधीक्षक ओपी मिश्रा का कहना है कि किसी भी पक्ष में पुलिस में कोई शिकायत नहीं की है. पुलिस अपने स्तर पर श्रद्धालुओं की पहचान करने की कोशिश कर रही है. श्रद्धालुओं के सामने आने के बाद आगे नियम अनुसार कार्रवाई होगी. हालांकि, पुलिस के लिए श्रद्धालुओं की पहचान करना भी मुश्किल भरा काम है. देशभर के लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन पहुंचते हैं. ऐसे में कुछ लोगों की पहचान करना आसान नहीं है.
इन श्रद्धालुओं के लिए ई-कोर्ट की सुविधा
उल्लेखनीय है कि महाकाल लोक का परिसर 900 मीटर से भी ज्यादा लंबा है. ऐसे में परिसर को घूमने के लिए ई-कोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक ई-कोर्ट को ऐसे श्रद्धालुओं के लिए सुविधा के रूप में चालू की गई है, जो दिव्यांग है या बुजुर्ग हैं. मगर कई बार युवा वर्ग के लोग भी इसका उपयोग कर लेते हैं. बताया जाता है कि ई-कोर्ट में बैठने की बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद की शुरुआत हुई थी.
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Source: IOCL























