असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM को झटका! इकलौती हिंदू पार्षद का इस्तीफा, मुस्लिम बहुल वार्ड से दर्ज की थी जीत
MP News: अरुणा उपाध्याय ने पत्रकारों से कहा कि वह किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होने जा रही हैं, बल्कि वह खरगोन नगर परिषद के एक स्वतंत्र पार्षद के रूप में काम करती रहेंगी.

मध्य प्रदेश के खरगोन में धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देने के आरोपों से परेशान होकर मध्य प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की एकमात्र हिंदू महिला पार्षद अरुणा उपाध्याय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
हैदराबाद स्थित एआईएमआईएम के केंद्रीय कार्यालय को 14 जुलाई को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत कारणों से कोर कमेटी और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं. अरुणा उपाध्याय ने पत्रकारों से कहा कि वह किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होने जा रही हैं, बल्कि वह खरगोन नगर परिषद के एक स्वतंत्र पार्षद के रूप में काम करती रहेंगी.
इसलिए दिया इस्तीफा
उन्होंने कहा कि उन्होंने धर्मांतरण और लगातार उत्पीड़न के आरोपों के कारण इस्तीफा दिया है. अरुणा के पति और कुछ अन्य लोगों ने कथित तौर पर उनपर लोगों को इस्लाम में परिवर्तित करने का आरोप लगाया था.
निजी कारणों का दिया हवाला
गौतलब है पिछले कुछ दिनों से पारिवारिक विवाद के कारण पार्षद एआईएमआईएम की महिला नेता अरुणा उपाध्याय परेशान चल रहीं थीं. उनके इस तरह पार्टी की सदस्यता छोड़ने से वे एक बार फिर चर्चाओं में हैं. पत्र में अरुणा ने लिखा कि "मैं अरुणा उपाध्याय वार्ड क्रमांक-2 पार्षद नगरपालिका खरगोन के पद पर हूं. आपकी पार्टी एआईएमआईएम के टिकट पर चुनाव लड़ी थी और जीती थी. मैं अपने निजी कारणों से कोर कमेटी और पार्टी सदस्यता से अपना त्याग पत्र दे रही हूं और मैं अपने पार्षद पद पर स्वतंत्र रूप से दायित्व निभाते रहूंगी. अतः मेरा त्यागपत्र स्वीकार करें."
मुस्लिम सीट से जीता था चुनाव
बता दें कि साल 2022 के निकाय चुनाव में, वह उन चार उम्मीदवारों में से एक थीं, जिन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी. उपाध्याय की जीत ने सबका ध्यान आकर्षित किया था क्योंकि उन्होंने 'वार्ड 2' से जीत हासिल की थी, जहां 70 प्रतिशत मुस्लिम आबादी थी.
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Source: IOCL





















