Bhopal: स्कूल के बच्चों के लिए राहत की खबर, भीषण गर्मी को देखते हुए प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला
Bhopal school Time Changed: मध्य प्रदेश में अप्रैल महीने में ही भीषण गर्मी की मार पड़ रही है. राज्य के कई जगहों पर पारा 42 डिग्री सेल्सिलयस को पार कर चुका है.

मध्य प्रदेश में अप्रैल महीने की शुरुआत से ही तेज़ गर्मी का कहर जारी है. राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई जिलों में तापमान 42 से 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है. गर्मी की इस भीषण स्थिति को देखते हुए भोपाल जिला प्रशासन ने स्कूलों के संचालन समय में बदलाव करने का बड़ा फैसला लिया है. भोपाल जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अब जिले के सभी शासकीय एवं निजी स्कूलों में नर्सरी से लेकर आठवीं तक की कक्षाएं दोपहर 12 बजे के बाद संचालित नहीं की जाएंगी, यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू होगा.
छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर लिया गया निर्णय
तेज़ गर्मी और लू के खतरे को देखते हुए यह कदम छात्रों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाया गया है. छोटे बच्चों में गर्मी के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही थीं, जिसे देखते हुए शिक्षक संगठनों ने स्कूल समय में परिवर्तन की मांग की थी.
शिक्षक संगठन ने प्रशासन को लिखा था पत्र
शासकीय शिक्षक संगठन मध्यप्रदेश ने कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को पत्र लिखकर स्कूलों का समय सुबह से दोपहर 12 बजे तक करने की मांग की थी. संगठन का कहना था कि भीषण गर्मी का बच्चों की सेहत पर विपरीत असर पड़ रहा है और स्कूलों के समय में तत्काल बदलाव ज़रूरी है.
अप्रैल में टूटा गर्मी का रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी भोपाल में अप्रैल की शुरुआत में ही तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. वहीं प्रदेश के गुना, नर्मदापुरम और रतलाम जिलों में तापमान 43 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया है. सागर, उज्जैन, दमोह और नौगांव में भी पारा 42 डिग्री पार कर गया है, जबकि ग्वालियर और भोपाल में तापमान 41 डिग्री से ऊपर बना हुआ है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान में और बढ़ोतरी की चेतावनी दी है.
अधिकारियों की अपील
शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों से निर्देशों का कड़ाई से पालन करने और छात्रों को गर्मी से बचाने के लिए आवश्यक प्रबंध करने की अपील की है.
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Source: IOCL























