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Cash-For-Query Case: महुआ मोइत्रा के लोकसभा से निष्कासन पर JMM MP महुआ माजी बोलीं- 'विपक्ष को चुप कराने की साजिश'
Mahua Moitra Lok Sabha Membership: महुआ मोइत्रा के लोकसभा से निष्कासन पर जेएमएम सांसद डॉ. महुआ माजी ने कहा है कि पैसा लिया ऐसा आरोप जरूर लगाया गया है, लेकिन साबित नहीं हुआ है.
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Mahua Moitra News: तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) के लोकसभा से निष्कासन पर हर तरफ से प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं. इसी कड़ी में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की सांसद डॉ. महुआ माजी (Mahua Maji) ने कहा है कि जिस तरह से यह किया गया है वह अलोकतांत्रिक है. उनके खिलाफ आरोप अभी तक साबित नहीं हुए हैं. यह विपक्ष को चुप कराने की साजिश का हिस्सा है.
महुआ माजी ने आगे कहा, "मुझे नहीं लगता देश सही दिशा में जा रहा है. पैसा लिया ऐसा आरोप जरूर लगाया गया है, लेकिन साबित नहीं हुआ है. जिन्होंने आरोप लगाया है उन्होंने भी ऐसा कोई तथ्य नहीं रखा है, जिसके आधार पर लगे कि महुआ मोइत्रा ने ऐसा किया है. कहीं न कहीं ये विपक्ष को चुप कराने की साजिश है. वो मुखर होकर बोलती थीं, जो लोग भी बोलते हैं, उनको एक-एक करके खामोश करने का एक तरीका अपनाया जा रहा है, यह अलोकतांत्रिक है."
महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप
गौरतलब है कि संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को एथिक्स कमेटी की सिफारिश के आधार पर लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया. शुक्रवार को दोपहर बाद 2 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एथिक्स कमेटी की सिफारिशों को सदन से स्वीकार करने का आग्रह किया. विपक्षी सांसदों द्वारा एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट न मिलने की बात कही गई.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने क्या कहा?
इस बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सभी सांसदों से कहा कि सदन में आज जिस पर विचार हो रहा है और संसदीय कार्य मंत्री ने जो प्रस्ताव सदन में रखा है, वह हम सबके लिए पीड़ादायक है. लेकिन, कई बार ऐसे अवसर आते हैं, जब इस सभा को अपने प्रति और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य के निर्वहन के लिए उचित निर्णय लेने होते हैं. संसदीय लोकतंत्र नियमों और उच्च मर्यादाओं से चलता है और हमारे लोकतंत्र और सदन की गरिमा और मर्यादा को बनाए रखने का दायित्व इस सदन के सभी सदस्य का सामूहिक दायित्व है.
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