झारखंड के गिरिडीह में हाथियों का कहर, 3 लोगों को कुचला, 2 की मौके पर मौत
Jharkhand News: झारखंड के गिरिडीह में जंगली हाथियों के आतंक से तीन लोग कुचले गए, जिसमें दो की मौके पर मौत और एक गंभीर रूप से घायल हुआ. वन विभाग हाई अलर्ट पर है, ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है.

झारखंड के गिरिडीह में लगातार जंगली हाथियों के आंतक से ग्रामीण परेशान हैं. इस दौरान तीन लोगों को कुचल दिया गया है, जिसमें दो की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है. यह मामला गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखंड के अंतर्गत आने वाले गादी गांव का है.
जंगली हाथियों के झुंड ने तीन लोगों को कुचल दिया है, जिसमें 70 वर्षीय शांति देवी और 55 वर्षीय बोधी पंडित की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. घायल महिला का इलाज गिरिडीह सदर अस्पताल में चल रहा है. बताया गया कि सुबह शांति देवी अपने बारी की तरफ गई हुई थी, कोहरे के कारण हाथियों का झुंड दिखाई नहीं दिया और अचानक हाथियों ने शांति देवी और बोधी पंडित को कुचल दिया.
अलग अलग इलाकों में घूम रहे झुंड
जंगली हाथियों की झुंड कई दिनों से गिरिडीह जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में भटक रही है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. लगातार गिरिडीह पुलिस और वन विभाग की टीम हाथियों को खदेड़ने का प्रयास कर रही है और पूरे जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. परिवार वाले रो-रो कर बुरा हाल हैं. इस घटना की जानकारी स्थानीय थाना पुलिस और वन विभाग को दी गई, जो घटनास्थल पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुट गई हैं.
ग्रामीणों का वन विभाग पर आरोप
कई ग्रामीणों ने वन विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि सुरांगी जंगल में हाथी की मौजूदगी की सूचना एक दिन पहले ही वन विभाग को दे दी गई थी. यदि विभाग समय रहते हाथी को किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचा देता, तो यह हादसा नहीं होता. वन विभाग ने प्रविधान के अनुरूप मृतक के आश्रितों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है. जागो अपने पीछे पत्नी और तीन पुत्रों को छोड़ गया है. इसी क्षेत्र में एक और घटना में भीमाटांड़ के भीमलाल यादव को भी हाथी ने बुरी तरह से जख्मी कर दिया है. घटना के बाद वन विभाग की एक टीम जंगल में गश्ती कर रही है. मौके पर सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
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Source: IOCL





















