Jharkhand: गिरिडीह में जान जोखिम में डालकर स्कूल जा रहे बच्चे, प्रशासन बेखबर?
Giridih News: झारखंड में लगातार बारिश से गिरिडीह के मधुबन पंचायत के बच्चों को जान जोखिम में डालकर नदी पार कर स्कूल जाना पड़ रहा है. पुल न होने से 75-80 बच्चे हर दिन दो बार नदी पार करते हैं.

झारखंड के गिरिडीह में लगातार हो रही बारिश की वजह से बच्चों को जान को जोखिम में डालकर स्कूल जाने के लिए मजबूर है. यह मामला झारखंड के गिरिडीह जिले के पीरटांड़ प्रखंड के अंतर्गत आने वाले मधुबन पंचायत के पांच गांव के लोगों के पास नदी पार करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता बचा ही नहीं है.
ग्रामीण कई सालों से पुल और सड़क की मांग कर रहे हैं. इतने साल बीत गए, लेकिन नेताओं और सरकार का ध्यान इस गांव पर नहीं गया. आजादी के 75 साल बाद भी यहां सड़क और पुल नहीं बने हैं. बारिश में पुल न होने से लोग टापू की तरह रहने को मजबूर हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि मधुबन पंचायत के जराबाद गांव में सड़क और पुल न बनना दुखद है. देश अमृत महोत्सव मना रहा है, पर यहां के बच्चे बारिश में जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं. लगातार हो रही बारिश की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. ऐसे में छोटे-छोटे बच्चे कंधे में किताब का बस्ता टांग कर और एक दूसरे को पकड़ कर सहारा बनते हुए नदी पार कर रहे हैं.
जान को जोखिम में डालकर हर रोज करते हैं नदी पार
वहीं बच्चे के परिवार वालों को हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं मेरे बच्चे नदी कि तेज धारा में बह नहीं जाए, जिस प्रकार से छोटे- छोटे मासूम बच्चे जान को जोखिम में डालकर हर रोज नदी पार कर रहें हैं और अपना भविष्य संवारने की कोशिश कर रहे हैं, कहीं
पुल और सड़क की कर रहें हैं मांग
इस नदी पर पुल या कोई वैकल्पिक उपाय नहीं किया गया तो एक दिन बड़ी घटना को अंजाम देगी, वहीं वहां के ग्रामीणों ने नदी में पुल और सड़क की मांग कर रहें हैं, वहीं ग्रामीणों ने बताया की लगभग 900 के आबादी के लिए कोई ढंग का रास्ता नहीं है. यहां के करीब 75 से 80 बच्चों को ठूठा बेडा उत्क्रमित मध्य विद्यालय आने-जाने के लिए दिन में दो बार जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है.
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Source: IOCL























