जम्मू-कश्मीर में आपदा की पुरानी और नई तस्वीरें शेयर कर उमर अब्दुल्ला का सवाल, '2014 के बाद 11 सालों में...'
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भारी बारिश से आई बाढ़ के बाद हालात का जायजा लिया. सीएम तवी नदी पर बने पुल का भी जायजा लिया, जिसका कुछ हिस्सा मंगलवार को बह गया.

जम्मू में भारी बारिश ने तबाही मचाई है. इस बीच बुधवार (27 अगस्त) को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू के भगवती नगर में तवी के चौथे पुल का दौरा किया. यहां उन्होंने नुकसान का जायजा लिया.
इसकी तस्वीर शेयर करने के साथ सीएम ने 2014 की आपदा को भी याद किया और पूछा कि हमने क्या सीखा? उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''2014 की बाढ़ की दो तस्वीरें और 2025 की बाढ़ की दो तस्वीरें. लगभग वही जगह और लगभग वही नुकसान. हमने 2014 की बाढ़ से आखिर क्या सीखा? पिछले 11 सालों में सुधार के लिए क्या कदम उठाए?
सीएम ने कहा, ''अक्टूबर 2014 से अब तक कौन-कौन से बाढ़ प्रबंधन उपाय लागू किए गए? ये सभी ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब जनता द्वारा चुनी गई सरकार से मांगे जाएंगे, क्योंकि पिछले 48 घंटे आंखें खोल देने वाली घटना साबित हुए हैं.''
Two photographs from 2014 floods & two from 2025 floods. Almost the same spot & very similar damage. What if anything did we learn from the 2014 floods? What corrective steps were taken in the last 11 years? What flood mitigation measures were implemented since Oct 2014? These… pic.twitter.com/EyYuY6xFkf
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 27, 2025
राहत की ख़बर
उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''कल के मुकाबले हमें थोड़ी सी राहत मिली है. बारिश यहां लगभग थम चुकी है. निचले इलाकों से पानी निकल रहा है. सैलाब की वजह से ये पुल बह गया. इस कोने में ऐसा खतरा है, जिसे हम नहीं समझ पाए. एक्सपर्ट से यहां राय ली जाएगी. दरिया के किनारे घरों के बारे में भी सोचना होगा.''

जम्मू में बारिश से हुए नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीएम मोदी की बात हुई. सीएम ने एक्स पर लिखा, ''मैंने पीएम मोदी को जम्मू-कश्मीर की स्थिति की जानकारी दी. खासकर सबसे अधिक प्रभावित इलाकों की. मैंने जम्मू के उन हिस्सों का दौरा किया जो तवी नदी के किनारे हैं. वहां कल भारी नुकसान हुआ है. मैं उनके इस आश्वासन के लिए आभारी हूं कि जम्मू-कश्मीर की जनता को लगातार सहायता मिलती रहेगी.''

36 लोगों की मौत
बता दें कि जम्मू में मंगलवार (26 अगस्त) को जोरदार बारिश हुई थी. माता वैष्णो देवी की यात्रा पर जा रहे 32 लोगों की भूस्खलन की वजह से मौत हो गई. वहीं डोडा में बादल फटने की वजह से चार लोगों की जान चली गई.
भारी बारिश से जम्मू, सांबा कठुआ, उधमपुर, डोडा और किश्तवाड़ सबसे अधिक प्रभावित है. सीएम ने कहा कि पहले हम इस बारिश से जुड़ी समस्या से बाहर निकलें, फिर मकानों के नुकसान का आकलन किया जाएगा. उसके बाद एक पैकेज तैयार किया जाएगा.
Source: IOCL
























