जम्मू: बीजेपी ने 1947 की त्रासदी को 'विभाजन विभीषिका दिवस' के रुप में मनाया, पंडित नेहरू की नीतियों पर उठाए सवाल
Srinagar News: जम्मू में BJP ने 14 अगस्त काे भारत-पाकिस्तान विभाजन दिवस रुप में मनाया. इससे जुड़ी तस्वीरों की प्रदर्शनी लगाई. साथ ही जवाहरलाल नेहरू की नीतियों की भी आलोचना कर उन्हें जिम्मेदार ठहराया.

जम्मू में 14 अगस्त 1947 को भारत और पाकिस्तान में हुए विभाजन को लेकर जम्मू में भारतीय जनता पार्टी ने विभाजन विभीषिका दिवस मनाया. इस अवसर पर बीजेपी ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की नीतियों पर भी सवाल उठाए.
इस दौरान 1947 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए बंटवारे को लेकर जम्मू में भारतीय जनता पार्टी ने एक प्रदर्शनी लगाई. इस अवसर पर पार्टी ने 1947 में हुए विभाजन की तस्वीरों को भी प्रदर्शित किया.
बंटवारे पर प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने क्या कहा?
इस प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद मीडिया से बात करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने कहा, "अगर उस समय की दोनों सरकार है चाहती तो इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक भारत और पाकिस्तान का बंटवारा नहीं होता."
उन्होंने कहा कि उसे समय पंडित जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री मोहम्मद अली जिन्ना में देश का पहला प्रधानमंत्री बनने की इतनी प्रबल इच्छा थी कि उन्होंने इस तरह सभी को होने दिया.
उन्होंने कहा, ''जिन लोगों के कार्यकाल में यह विभाजन हुआ, उन लोगाें काे भी हमें ध्यान में रखना चाहिए. दो लोग जिनके मन में पहला प्रधानमंत्री बनने की इच्छा थी मोहम्मद अली जिन्ना और जवाहरलाल नेहरू, की यह सोच थी. यह लोग भारत का विभाजन रोक सकते थे. इसमें लाख से ऊपर लोग मारें गए, डेढ़ करोड़ लोग बेघर हुए और एक लाख के आसपास मातृशक्ति जिनकी जान और अस्मिता गई ने यह त्रासदी हमने देखी और सही है"
जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बनने की इच्छा थी- सत शर्मा
उन्होंने कहा जिन्ना और नेहरू का पैकट था कि जो भी विस्थापित लोग एक दूसरे कि देश में गए हैं उनका रखरखाव होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इससे बड़ी त्रासदी पूरे विश्व और भारत ने नहीं देखी जब दो इंसानों और लोगों के जो लोग चाहते थे कि वह देश का पहला प्रधानमंत्री बने.
उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में हमने वह पुराने दस्तावेज अखबार और तस्वीरें लगाई है ताकि हमारी नई पीढ़ी को लगे पता लगे कि भारत को आजादी ऐसा भी ऐसे नहीं मिली बल्कि यह त्रासदी भी हमने सही है
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