Iran-Israel War: ईरान-इजरायल युद्ध को लेकर फारूक अब्दुल्ला को उदित राज की नसीहत, 'यदि इस्लामी आधार पर...'
Iran-Israel War News: ईरान-इजरायल युद्ध को लेकर फारूक अब्दुल्ला के बयान पर उदित राज ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि किसी भी मुद्दे का आकलन धर्म नहीं, बल्कि उसकी वैधता के आधार पर होना चाहिए.

Iran-Israel Yuddh: नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध पर दिए गए बयान को लेकर कांग्रेस नेता उदित राज ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने फारूक अब्दुल्ला के बयानों को धार्मिक ध्रुवीकरण की ओर ले जाने वाला करार दिया. उन्होंने कहा कि किसी भी मुद्दे का आकलन धर्म नहीं, बल्कि उसकी वैधता के आधार पर होना चाहिए.
उदित राज ने कहा, "ऐसे बयान देकर इस्लामिक देशों में क्या संदेश देना चाहते हैं? यह धार्मिक ध्रुवीकरण है और इससे वैश्विक विभाजन को बढ़ावा मिलेगा." उन्होंने स्पष्ट कहा कि हर देश की अपनी परिस्थितियां और हित होते हैं और वे अपने-अपने हिसाब से रुख अपनाते हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि कोई भी राष्ट्र केवल किसी भावनात्मक बयान पर अपनी विदेश नीति नहीं बदलता. उन्होंने आगाह किया कि यदि इस्लामी आधार पर ध्रुवीकरण हुआ, तो पूरी दुनिया उसी आधार पर बंट जाएगी, जो बेहद खतरनाक होगा.
ईरान नहीं झुकेगा- फारूक अब्दुल्ला
इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने अमेरिका और इजरायल की ओर से ईरान की तीन परमाणु सुविधाओं पर किए गए हमलों को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा, "अगर वे सोचते हैं कि ईरान अपने मकसद से पीछे हट जाएगा, तो वे भ्रम में हैं. ईरान कर्बला को नहीं भूला है, वह इसे दूसरी कर्बला मानता है. वे अपनी गर्दनें कटा लेंगे, लेकिन झुकेंगे नहीं."
मुस्लिम देशों की चुप्पी पर नाराजगी
फारूक अब्दुल्ला ने मुस्लिम देशों की चुप्पी पर भी नाराजगी जताई और कहा, "आज ईरान पर हमले हो रहे हैं और पूरा मुस्लिम जगत खामोश है. कल यही हाल उनका भी हो सकता है. अमेरिका सबको निशाना बना सकता है."
भारत की कूटनीति पर उदित राज की चिंता
उदित राज ने भारत की मौजूदा कूटनीतिक क्षमता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पहले की तरह अब भारत की अंतरराष्ट्रीय प्रभावशीलता नहीं रही, इसलिए भारत की सीमित भूमिका ही हो सकती है. उन्होंने जोर दिया कि दुनिया में चल रहे युद्ध का हल केवल शांति के रास्ते से निकाला जाना चाहिए.
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Source: IOCL






















