सीएम सुक्खू ने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को अपनाने का किया आह्वान, संभोटा तिब्बती स्कूल समारोह में लिया भाग
Shimla News: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को आत्मसात करने का आह्वान किया, जिससे एक सशक्त समाज का निर्माण हो सके.

Budh Purnima 2025: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां संभोटा तिब्बती स्कूल में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया. वैशाख पूर्णिमा और भगवान बुद्ध की जयंती के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री ने शुभकामनाएं देते हुए भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया ताकि एक सशक्त समाज का निर्माण हो सके.
उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध ने हमें ‘अप्प दीपो भव’ का मंत्र दिया, जिसका अर्थ है ‘स्वयं अपने दीप बनो’. यह आत्मनिर्भरता का मूल मंत्र है, जो आज के युग में भारत को आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की दिशा में हमारा मार्गदर्शन करता है.
बौद्ध धर्म मानवता का सर्वोत्तम मार्ग है। यह जीवन की राह को आलोकित करता है, जीवन में सत्य का प्रकाश लाता है और हमें सच्चाई से अवगत कराता है।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) May 12, 2025
इस जीवन में जो कुछ भी है, उसे अंततः छोड़कर जाना होता है। इसलिए हमें सदैव सत्य के मार्ग पर आगे बढ़ते रहना चाहिए। pic.twitter.com/X3cJ7zphGX
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर संभोटा तिब्बती स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) May 12, 2025
भगवान बुद्ध की शिक्षाएं जीवन जीने की एक कला हैं और आज के दौर में भी उतनी ही प्रासंगिक हैं, जितनी प्राचीन काल में थीं।
कार्यक्रम में त्सेरिंग पलकत नेगी जी और पेमा दोरजे जी को भारत-तिब्बत… pic.twitter.com/VzIgX6TGhG
'करुणा और सहिष्णुता का संदेश मार्ग दिखाता है'
उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध की शिक्षाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी प्राचीन काल में थीं. हिंसा, असहिष्णुता और अविश्वास से भरे इस युग में भगवान बुद्ध द्वारा दिया गया शांति, करुणा और सहिष्णुता का संदेश मार्ग दिखाता है. ये महज शिक्षाएं नहीं बल्कि जीवन जीने की एक कला है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान और ‘महापरिनिर्वाण’ इसी दिन हुआ था. एक ही दिन में ये तीन महान घटनाएं इस दिन को बेहद पवित्र और महत्वपूर्ण बनाती हैं. भगवान बुद्ध का जीवन हमें यह सिखाता है कि करुणा, शांति और मानवता ही सच्चे धर्म के मूल स्तम्भ हैं. उन्होंने कहा कि आज के समय में, जहां भौतिक सुख-सुविधाएं तनाव और असंतुलन का कारण बनती है, ऐसे में भगवान बुद्ध का संदेश हमें शांति, सद्भाव और सच्चे सुख का मार्ग दिखाता है.
'10 वर्षों तक पार्षद के रूप में कार्य किया है'
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विद्यालय से जुड़ी अपनी यादों को साझा किया. उन्होंने कहा कि ‘मैंने शिमला नगर निगम में 10 वर्षों तक पार्षद के रूप में कार्य किया है. मेरे कई मित्रों ने इसी स्कूल से शिक्षा ग्रहण की है और सर्दियों की छुट्टियों में हम यहीं क्रिकेट खेला करते थे’.
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Source: IOCL





















