हिमाचल: BJP विधायक हंसराज को POCSO मामले में राहत, चंबा कोर्ट से मिली जमानत
Himachal Pradesh News: चुराह के BJP विधायक हंसराज को POCSO मामले में चंबा अदालत ने दलीलें सुनने के बाद जमानत मंजूर की. पुलिस जांच अभी जारी है. विधायक ने कहा कि उन्हें न्याय पर पूरा भरोसा है.

चुराह के भाजपा विधायक और विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष हंसराज को पॉक्सो (POCSO) मामले में चंबा जिला एवं सत्र अदालत से बड़ी राहत मिली है. उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने उन्हें नियमित जमानत दी है. अदालत के इस फैसले से हंसराज के समर्थक बेहद उत्साहित दिखे और फैसले के बाद बाहर माहौल हल्का-फुल्का जश्न जैसा रहा.
यह पूरा मामला तब चर्चा में आया जब चंबा जिले की एक युवती ने हंसराज पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए. युवती ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा था कि एक साल पहले भी उसने शिकायत उठाई थी, लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ पाया. इस बार युवती की शिकायत के आधार पर पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत गंभीर केस दर्ज कर लिया, जिसके बाद मामला राज्य की राजनीति में भी बड़ा मुद्दा बन गया.
कोर्ट में जमानत मंजूर
हंसराज ने मामला दर्ज होते ही अदालत का दरवाजा खटखटाया और जमानत की गुहार लगाई. कई दिनों तक चली सुनवाई में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें पेश कीं. केस से जुड़े दस्तावेज, पुलिस रिपोर्ट और अन्य तथ्य अदालत के सामने रखे गए.
बुधवार को सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद कोर्ट ने विधायक को नियमित जमानत दे दी. हालांकि जमानत मिलने के बावजूद उनका कानूनी संकट पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि पुलिस की जांच अभी जारी है और आगे की कार्रवाई उसी पर निर्भर करेगी.
न्यायपालिका पर पूरा विश्वास- हंसराज
जमानत मिलने के बाद जब हंसराज अदालत परिसर से बाहर आए, तो उन्होंने कहा, “मुझे न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है. मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं. सच क्या है, यह जल्द सबके सामने आ जाएगा. मैं जांच में शुरू से सहयोग कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा.”
पुलिस जांच जारी
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच कानून के दायरे में पूरी गंभीरता से चल रही है. आगामी दिनों में पुलिस गवाहों के बयान दर्ज करेगी, तकनीकी और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों की जांच करेगी और केस के अन्य पहलुओं को भी खंगालेगी.
जमानत मिलने के बावजूद हंसराज के सामने आगे की तारीखों में कोर्ट में पेशी और पुलिस की पूछताछ का सामना करना होगा. ऐसे में उनकी मुश्किलें फिलहाल खत्म नहीं हुई हैं.
Source: IOCL





















