दिल्ली ब्लास्ट: नूंह में आतंकी उमर ने किराए पर लिया था ये मकान, CCTV में कैद हुई संदिग्ध कार
Delhi Blast: दिल्ली ब्लास्ट की जांच में, नूंह में जांच एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली. सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध आतंकी उमर की कार दिखी, जिससे उसकी गतिविधियों का पता चला.

दिल्ली में हुए ब्लास्ट की गुत्थी सुलझाने में जुटी केंद्रीय जांच एजेंसियों को शनिवार (15 नवंबर) को नूंह जिले में एक अहम सफलता हाथ लगी है. जांच टीमों को गोयल अल्ट्रासाउंड एवं डायग्नोस्टिक सेंटर (बालाजी पेट्रोल पंप के निकट, दिल्ली - अलवर रोड) नूंह के सीसीटीवी कैमरे से वह फुटेज मिला है, जिसमें कथित आतंकी उमर की संदिग्ध कार साफ दिखाई दे रही है. यह वही उमर है, जिसने करीब 10 दिन के लिए किराये पर मकान लिया था.
बता दें कि शनिवार (15 नवंबर) को केंद्रीय जांच एजेंसी की टीमें नूंह के हिदायत कॉलोनी, पिनगवां रोड और आसपास के कई इलाकों में पहुंची थीं. सुबह से ही शुरू हुई तलाशी और पूछताछ का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा और अभी भी विभिन्न स्थानों पर जांच कार्य चल रहा है. स्थानीय लोगों में भी हलचल मची हुई है.
सीसीटीवी में आवाजाही का पैटर्न हो रहा है साफ
सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में एक सफेद रंग की आई-20 कार नजर आ रही है, जो डॉ उमर की बताई जा रही है. हालांकि कार का नंबर प्लेट भी धुंधला होने के कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन जांचकर्ता इसे डिजिटल रूप से एनहांस करने की कोशिश में जुटे हैं. इससे पहले भी डॉ उमर की यही कार दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर एक टोल प्लाजा के सीसीटीवी में कैद हो चुकी थी, जिससे उसकी आवाजाही का पैटर्न साफ हो रहा है. जांच में सामने आया है कि पहले से हिरासत में लिए सोएब इलेक्ट्रीशियन अल फलाह यूनिवर्सिटी ने मकान दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
मोबाइल लोकेशन व कॉल डिटेल्स की की जा रही है छानबीन
मकान मालिक महिला जांच एजेंसियों की गिरफ्त में आ चुके शोएब की रिश्तेदार बताई जा रही है. यह मकान अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े एक इलेक्ट्रिशियन की साली का है, जो नूंह के गोलपुरी गांव की मूल निवासी है और उसकी ससुराल हथीन क्षेत्र के खिल्लुका गांव में बताई गई है. यही महिला मकान मालकिन है, जिसने उमर को 10 दिनों के लिए कमरा किराए पर दिया था.
फिलहाल मकान पर ताला लटका हुआ है और महिला अपने परिजनों के साथ कहीं गायब बताई जा रही है. जांच एजेंसियां उसकी तलाश में कई टीमों को लगाया हुआ है और उसके मोबाइल लोकेशन व कॉल डिटेल्स की भी छानबीन की जा रही है.
क्षेत्र में बढ़ा दी गई है सतर्कता
जांच अधिकारियों का मानना है कि ब्लास्ट हादसे में मरने वाला डॉ उमर इसी किराए के ठिकाने से ब्लास्ट की साजिश को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था और यहीं से विस्फोटक सामग्री को कार में लादकर दिल्ली की ओर रवाना हुआ था. नूंह से मिला यह नया सुराग अब पूरे नेटवर्क को उजागर करने की दिशा में अहम कड़ी साबित हो सकता है. स्थानीय पुलिस भी केंद्रीय एजेंसियों का पूरा सहयोग कर रही है और क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है. जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, लेकिन मिले सुरागों से लग रहा है कि आतंकी मॉड्यूल की जड़ें नूंह तक फैली हुई हैं. आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
इसके अलावा सूत्र यह भी बता रहे हैं कि डॉक्टर उमर नबी जब फिरोजपुर झिरका इलाके में था तो उसने एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश की थी. अब पुलिस की टीम ने एटीएम के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के लिए भी पहुंच चुकी हैं.
Source: IOCL





















