Ajay Yadav Resigns: हरियाणा में कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, कहा- 'फैसला कठिन था, लेकिन...'
Capt. Ajay Singh Yadav Resigns: वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. वो हरियाणा में कांग्रेस की हार के बाद से पार्टी के फैसलों पर सवाल उठा रहे थे.
Capt. Ajay Singh Yadav News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव (Capt. Ajay Singh Yadav) ने हरियाणा में पार्टी को बड़ा झटका दिया है. उन्होंने गुरुवार (17 अक्टूबर) को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. आज (गुरुवार, 17 अक्टूबर) सुबह ही अजय यादव ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी. वो बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के प्रमुख लालू यादव के समधी भी हैं.
अजय यादव ने एक्स पर लिखा कि मैंने AICC OBC विभाग के अध्यक्ष और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना त्यागपत्र कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया है. अपने इस पोस्ट में उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी को टैग किया.
उन्होंने कहा, ''इस्तीफा देने का यह निर्णय वास्तव में कठिन था, क्योंकि मेरे परिवार का 70 वर्षों से जुड़ाव था. मेरे पिता स्वर्गीय राव अभय सिंह 1952 में विधायक बने और उसके बाद मैंने पारिवारिक परंपरा को जारी रखा, लेकिन सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने के बाद मेरे साथ खराब व्यवहार होने से पार्टी हाईकमान से मोहभंग हो गया है.''
This decision of resigning was really hard decision with whom my family had 70 years of association as my father late Rao Abhey Singh became MLA in 1952 and there after I continued with family tradition but am disillusioned with the party high command for treating me shabbily…
— Capt. Ajay Singh Yadav (@CaptAjayYadav) October 17, 2024
उन्होंने 15 अक्टूबर को कांग्रेस के प्रभारी रहे दीपक बाबरिया को निशाने पर लिया था. कैप्टन ने कहा, ''अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत' यह कहावत हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी दीपक बाबरिया पर सटीक बैठती है. क्योंकि उनके द्वारा अब इस्तीफे की पेशकश की गई है, जब हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की हार हो चुकी है. यदि दीपक बाबरिया की तबीयत खराब थी तो चुनाव के समय ही इस्तीफा देना था ताकि हरियाणा की जिम्मेदारी किसी और को मिलती. चुनाव के समय में जब प्रभारी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है उसे समय तो वे अस्पताल में भर्ती हो गए, लेकिन अब इस्तीफा देना समझ से परे हैं.''
बेटे चिरंजीव राव को मिली है हार
अजय यादव के बेटे और लालू यादव के दामाद चिरंजीव राव को इसबार के विधानसभा चुनाव में रेवाड़ी सीट से हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें बीजेपी के उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया. लक्ष्मण सिंह को 83747 वोट मिले. वहीं चिरंजीव राव को 54978 वोट मिले.
पूर्व मंत्री अजय यादव 1991 से लेकर 2014 तक लगातार पांच बार रेवाड़ी विधानसभा सीट से विधायक रहे. उन्हें 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के रनधीर सिंह ने हराया था. इसके बाद 2019 के चुनाव में अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव ने जीत दर्ज की. राव ने बीजेपी उम्मीदवार सुनील कुमार को हराया.
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