अरावली पर्वत पर अनिल विज बोले, 'सरकार के फैसले से कंफ्यूजन दूर, विपक्ष को पढ़ना चाहिए'
Haryana News: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अरावली को लेकर कंफ्यूजन हो गई थी. लेकिन सरकार के फैसले के बाद ये कंफ्यूजन दूर हो गई.

Haryana, Anil Vij: अरावली पर्वत श्रृंखला को लेकर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अरावली पर्वत श्रृंखला विश्व की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला है जिसमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लोगों में कंफ्यूजन हुई थी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार 600 किलोमीटर लंबी पर्वत श्रृंखला को बचाने का भरपूर प्रयास करेगी.
मंत्री अनिल विज ने कहा कि ये पर्वत हरियाणा सहित कई राज्यों में आती है. वहीं केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक फैसला और दिया कि यहां पर नई खनन की इजाजत नहीं होगी.
कंफ्यूजन दूर हो गई है- अनिल विज
अनिल विज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश में लोगों को काफी कंफ्यूजन हो गई थी, लेकिन अब केंद्र सरकार के फैसले के बाद यह कंफ्यूजन दूर हो गई है. उन्होंने कहा कि इसे बचाया जाएगा.
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "विपक्ष को पहले यह फैसला अच्छी तरह पढ़ लेना चाहिए उसके बाद ही कुछ बोलना चाहिए. पर्यावरण प्रेमियों को भी इसका फैसले का स्वागत करना चाहिए."
बांग्लादेश में हुई हिंसा पर क्या बोले?
वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर अनिल विज ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बांग्लादेश हिंदुस्तान ने ही बनाया था. 1971 में इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं. उन्होंने कहा कि पहले एक दुश्मन पाकिस्तान था, मगर अब बांग्लादेश भी हो गया है.
मंत्री ने कहा, "कुछ राजनीति भूल भी हुई है, वरना उस समय 90000 सैनिक पकड़े गए थे और अगर तत्कालीन सरकार चाहती तो पाकिस्तान से कोई भी समझौता कर सकती थी. हम अपना PoK भी ले सकते थे. मगर PoK का मसाला आज भी वहीं खड़ा हुआ है. हम चाहते तो बांग्लादेश को भी ले सकते थे लेकिन अंतरराष्ट्रीय मत को देखते हुए ऐसा नहीं किया गाया. बांग्लादेश में एक भूभाग ऐसा भी है जो सीधा चीन को चला जाता है, वह भाग हमें लेना चाहिए था."
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