Cardiac Arrest: 'दिल के दौरे' का कोरोना कनेक्शन पता करने में जुटे मेडिकल एक्सपर्ट्स, मंडाविया ने बताया कब आएगी रिपोर्ट?
दिल का दौरा पड़ने से होने वाली अचानक मौत और कोविड के बीच संबंध का आंकलन करने के लिए ICMR एक अध्ययन कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया है कि 2 महीनों में इसकी रिपोर्ट सामने आएगी.
Cardiac Arrest Relation To Corona: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने बुधवार को कहा कि दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौत और कोविड के बीच संबंध का आंकलन करने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) एक अध्ययन कर रहा है और इसके परिणाम दो महीनों में सामने आएंगे. मांडविया ने कोविड-19 (COVID-19) के बाद दिल के दौरे के कारण होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि को स्वीकार किया और कहा कि इस पर चर्चा की गई और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद अध्ययन कर रहा है.
मांडविया ने कहा, “टीकाकरण के आंकड़े हमारे पास हैं. मुझे बताया गया कि रिपोर्ट छह महीने में आएगी. तीन से चार महीने पहले ही बीत चुके हैं और अगले दो महीनों में रिपोर्ट आनी चाहिए.” गौरतलब है कि लंबे समय से देश में ऐसे मामले देखे गए हैं जब अचानक दिल का दौरा पड़ने से लोगों की मौत हो रही हैं. कभी पार्टी में डांस करते, कभी खेलते हुए, तो कभी जिम करते हुए अचानक हार्ट अटैक आता है और शख्स की मौत हो जाती है. युवा से लेकर वृद्ध तक हर उम्र के लोग इस स्थिति से गुजर रहे हैं. दिसंबर 2022 में इस संबंध में डॉक्टरों ने चौंकाने वाला खुलासा किया था. डॉक्टरों ने बताया था कि अचानक कार्डिएक अरेस्ट आने का संबंध कोरोना से हो सकता है.
बता दें कि एम्स में कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. राकेश यादव ने बताया था कि अचानक हार्ट अटैक आने और फिर मौत होने का संबंध लॉन्ग कोविड से हो सकता है. उन्होंने जानकारी दी थी कि मौजूदा समय में अचानक कार्डियक मौत की घटनाओं में बढ़ोतरी होने का कोई सटीक डाटा तो उपलब्ध नहीं है लेकिन सामने आ रही घटनाओं को देखकर ऐसा हो सकता है कि इसका कोरोना महामारी से संबंध हो. अब इस मामले को लेेकर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद एक अध्ययन कर रहा है और इसके परिणाम दो महीनों में सामने आएंगे.
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