इटावा में कथावाचक के साथ बदसलूकी पर संजय सिंह का बड़ा बयान 'ये दिखाता है कि हम लोग...'
Etawah Case: आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों को भेदभाव की व्यवस्था हिंदू मानने के लिए तैयार नहीं है.

इटावा मामले पर आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि कथावाचक को जिस तरीके से मारा गया और उनका सिर मुंडवाया गया, पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया, ये दिखाता है कि आजादी के 75 साल बाद भी जाति व्यवस्था की जकड़न से हम लोग बाहर नहीं हो पाए हैं. हिंदुओं की 80-85 फीसदी आबादी पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों की है. भेदभाव की व्यवस्था अभी भी उनको हिंदू मानने के लिए तैयार नहीं है.
समाज के अंदर अभी भी कितना बड़ा भेदभाव- संजय सिंह
न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में गुरुवार (26 जून) को आप सांसद संजय सिंह ने कहा कहीं मंदिर में प्रवेश करने से रोका जाता है. कभी घोड़ी पर बैठने के लिए रोका जाता है. कभी कथावाचन के लिए रोका जाता है. ये सब दिखाता है कि अभी भी समाज के अंदर कितना बड़ा भेदभाव है.
क्या है पूरा मामला?
23 जून को कथावाचकों के साथ बदसलूकी का वीडियो सामने आया था. इटावा के एक गांव में यादव जाति के कथावाचकों के साथ पिटाई की गई. आरोप है कि कथावाचकों से उनकी जाति पूछी गई और जब पता चला कि यादव हैं तो उनकी पिटाई कर दी गई. इनसे पैरों पर नाक रगड़वाई गई. कार के टायरों में हवा भरवाई गई.
कथावाचक और साथियों के खिलाफ FIR
इस मामले में कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई. कथावाचक पर फर्जी आधार कार्ड के जरिए अपनी जाति छिपाने का आरोप है. मुकुट मणि यादव के पास से दो आधार कार्ड मिले. एक आधार में मुक्त सिंह नाम है. दूसरे आधार कार्ड में कथावाचक का नाम मुकुट मणि अग्निहोत्री है. दोनों आधार कार्ड नंबर एक ही हैं. फर्जी एफआईआर मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
कथावाचक ने अश्लील हरकत की- स्थानीय महिला का आरोप
कथावाचक मामले में एक स्थानीय महिला ने बड़ा आरोप लगाया. पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि कथावाचक ने अश्लील हरकत की. पीड़िता के मुताबिक, वो खाने पर आए थे और इसी दौरान छेड़खानी कर दी. पीड़िता ने एसएसपी से मुलाकात कर कथावाचक के खिलाफ एक्शन की मांग की.

