दिल्ली में खत्म किए जाएंगे 300 से अधिक सरफेस पार्किंग, MCD का प्लान
MCD News: दिल्ली में ज्यादातर जगहों पर सरफेस पार्किंग में गाड़ियां अक्सर बेतरतीब ढंग से पार्क किए जाते हैं क्योंकि कोई स्पष्ट सीमांकन या उचित एंट्री या एग्जिट प्वाइंट नहीं हैं.

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) राष्ट्रीय राजधानी में सरफेस पार्किंग को फेज वाइज खत्म करने की योजना बना रहा है. अधिकारियों ने सोमवार (18 अगस्त) को बताया कि इसे लेकर जल्द ही दिल्ली सरकार से संपर्क किया जाएगा. इस तरह के पार्किंग शहर के कई हिस्सों में भीड़भाड़ और कुप्रबंधन का एक प्रमुख कारण बन गए हैं. मौजूदा वक्त में दिल्ली में 300 से अधिक ऐसी साइट्स हैं, जिनमें से ज्यादातर निजी ठेकेदारों की ओर से संचालित किए जा रहे हैं.
सरफेस पार्किंग में गाड़ियां अक्सर बेतरतीब ढंग से पार्क किए जाते हैं क्योंकि कोई स्पष्ट सीमांकन या उचित एंट्री या एग्जिट प्वाइंट नहीं हैं. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि ठेकेदार कभी-कभी निर्धारित क्षेत्र से आगे पार्किंग का विस्तार करते हैं और अतिरिक्त पैसे वसूलते हैं. व्यस्त सड़कों पर वैरिकेड्स नहीं लगाए जा सकते हैं, जिससे ऐसी जगहों के दुरूपयोग होने की संभावना बढ़ जाती है.
प्राइवेट ठेकेदार करते हैं ज्यादातर पार्किंग का प्रबंधन
अधिकारी ने यह भी बताया, ''300 से ज़्यादा सरफेस पार्किंग स्थल अधिकृत हैं, लेकिन शहर के बाकी हिस्सों में आवासीय परिसरों, व्यावसायिक भवनों और बाज़ारों के बाहर मुफ़्त और अनियमित पार्किंग होती है. चूंकि ठेकेदार इन 300 स्थलों का प्रबंधन करते हैं, इसलिए सभी शिकायतें और आरोप एमसीडी के पास आते हैं, भले ही हम सीधे तौर पर इनका संचालन नहीं करते हैं.''
दिल्ली सरकार को पत्र लिखने की MCD की योजना
उन्होंने यह भी कहा, ''ये पार्किंग स्थल हमारी किसी भी तरह से मदद नहीं कर रहे हैं. फ़िलहाल, हम इन पार्किंग स्थलों को पूरी तरह से हटाने और लोगों के लिए पार्किंग मुफ़्त करने का सुझाव दे रहे हैं. हमने पहले भी दिल्ली सरकार को यह सुझाव दिया था और एक बार फिर इस मामले पर उसे पत्र लिखने की योजना बना रहे हैं.
सरफेस पार्किंग हटाने से क्या आएगी समस्या?
एक अन्य अधिकारी ने सरफेस पार्किंग हटाने से पैदा होने वाली दो बड़ी समस्याओं की ओर इशारा किया- राजस्व नुकसान और अव्यवस्था. उन्होंने कहा, ''जब भी कोई खरीदार नई गाड़ी खरीदता है तो वो रजिस्ट्रेशन के समय एकमुश्त पार्किंग शुल्क का भुगतान करता है. यह शुल्क गाड़ी की लागत के आधार पर अलग-अलग होता है और इसका उद्देश्य सरफेस पार्किंग सुविधाओं के इस्तेमाल को कवर करना होता है.
सरफेस पार्किंग शुल्क को खत्म करने का प्रस्ताव
उन्होंने कहा, ''राजस्व प्रबंधन के लिए, हम रजिस्ट्रेशन के समय इस एकमुश्त पार्किंग शुल्क को दोगुना करने और अंततः सरफेस पार्किंग शुल्क को पूरी तरह से समाप्त करने का प्रस्ताव कर रहे हैं. विचार यह है कि लोगों से सरफेस पर अनियमित पार्किंग के लिए बार-बार पैसे न लिए जाएं. इसके बजाय, पार्किंग केवल निर्धारित और अधिकृत सुविधाओं तक ही सीमित होनी चाहिए.
अधिकारी ने आगे कहा कि कमला नगर जैसे बाज़ारों में, सरफेस पार्किंग हटा दी गई है और लोग अब खुद पार्किंग का प्रबंध करते हैं. उन्होंने कहा, ''हमें वहां कोई शिकायत नहीं मिलती, क्योंकि हम कोई शुल्क नहीं लेते, लेकिन जब निजी ठेकेदार शामिल होते हैं, तो ज़्यादा शुल्क और अतिक्रमण की समस्याएं पैदा होती हैं. वर्तमान में एमसीडी की सरफेस पार्किंग दर कारों के लिए 20 रुपये प्रति घंटा और दोपहिया गाड़ियों के लिए 10 रुपये प्रति घंटा है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























