JNUSU Election 2025: JNU छात्रसंघ चुनाव में तीन मोर्चों पर मुकाबला, मतदान जारी, 6 नवंबर को अंतिम फैसला
JNUSU Elections: जेएनयू छात्रसंघ चुनाव 2025-26 में लेफ्ट यूनिटी, एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. अदिति मिश्रा, विकास पटेल और विकाश बिश्नोई अध्यक्ष पद के लिए मैदान में हैं.

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में छात्रसंघ चुनाव 2025-26 में एक त्रिकोणीय मुकाबला है. इस बार लेफ्ट यूनिटी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है.
लेफ्ट यूनिटी, जिसमें ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (DSF) शामिल हैं, ने अदिति मिश्रा को अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया है. वहीं ABVP की ओर से विकास पटेल मैदान में हैं और NSUI की तरफ से विकाश बिश्नोई अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे हैं.
#WATCH | JNUSU elections | Delhi: AISA (All India Students' Association) members continue to campaign outside voting centres in JNU. Students queue up at JNU campus to cast their vote for the Students' Union. pic.twitter.com/qoKQ61zHkt
— ANI (@ANI) November 4, 2025
छोटे दल भी JNU के चुनावी मैदान में
इसके अलावा, कुछ स्वतंत्र उम्मीदवार और छोटे छात्र संगठन भी चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. इनमें बापसा (BAPSA) और प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स एसोसिएशन (PSA) जैसे संगठन शामिल हैं, जो चुनिंदा पदों पर अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं.
जेएनयू कैंपस में मतदान की प्रक्रिया दो चरणों में हो रही है. सुबह 9.00 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक और फिर दोपहर 2.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक. पूरा चुनाव इलेक्शन कमेटी की देखरेख में कराया जा रहा है. सुबह से ही अलग अलग स्कूलों और हॉस्टलों के बाहर छात्रों की कतारें दिख रही हैं और मतदान शांतिपूर्ण माहौल में शुरू हुआ.
रात में शुरू होगी वोटों की गिनती
मतगणना रात 9 बजे से शुरू होगी और परिणाम 6 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. यह चुनाव जेएनयू के सबसे चर्चित और प्रतिष्ठित छात्रसंघ चुनावों में से एक माना जा रहा है, जिसमें हर साल देशभर के छात्र संगठनों की नजरें टिकी रहती हैं.
'एबीवीपी का आना तय'- मयंक पांचाल
जेएनयू चुनावों पर एबीवीपी अध्यक्ष मयंक पांचाल ने कहा, "चुनाव आते ही वे पीड़ित कार्ड खेलते हैं. वे हर साल छात्रों को बरगलाते हैं और कहते हैं कि अगर वे उन्हें नहीं चुनेंगे, तो एबीवीपी सत्ता में आ जाएगी. बेशक, इस बार एबीवीपी चारों सीटें जीतने के लिए बाध्य है."
'एबीवीपी नहीं, बीजेपी हारेगी'- लेफ्ट
वहीं, जेएनयू चुनावों पर जेएनयूएसयू अध्यक्ष (वामपंथी) नीतीश कुमार ने कहा, "मैं यह नहीं कहूंगा कि एबीवीपी हारेगी, बल्कि यह कहूंगा कि बीजेपी हारेगी, क्योंकि एबीवीपी के पास कोई स्वायत्तता नहीं है और वह इस परिसर में बीजेपी के एजेंट के रूप में काम करती है, और हम इस बार भी उन्हें हराएंगे."
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