दिल्ली-NCR में हथियारों का बड़ा नेटवर्क ध्वस्त, अवैध कारतूस फैक्ट्री का खुलासा, 3 गिरफ्तार
Delhi News: दिल्ली पुलिस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से आरोपियों से पूछताछ करिए पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनके इस गैंग में और कितने लोग शामिल थे.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने न सिर्फ अवैध हथियार सप्लायर बल्कि कारतूस बनाने की फैक्ट्री का भी पर्दाफाश किया है. यह फैक्ट्री मुरादाबाद में चल रही थी, जहां पुलिस ने बड़ी मात्रा में बारूद, मशीन और हजारों कारतूस बनाने का सामान जब्त किया है.
दरअसल, 22 सितंबर को दिल्ली पुलिस की टीम ने गाजीपुर फ्लाईओवर, दिल्ली पर जाल बिछाकर एक शातिर हथियार सप्लायर फाजिल को पकड़ा. तलाशी में पुलिस को 166 जिंदा कारतूस और 4 पिस्टल मिले. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में फाजिल ने राज खोला और पुलिस टीम सीधे रामपुर पहुंची. वहां से जमीर को दबोचा गया. उसके पास से 20 कारतूस बरामद हुए. फिर खुलासा हुआ कि यह सप्लाई नेटवर्क असल में इलियास चला रहा है.
फैक्ट्री से हथियारों का काला कारोबार
दिल्ली पुलिस मुरादाबाद में छापेमारी कर इलियास को गिरफ्तार किया गया. उसके पास से दो सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और एक पिस्टल मिली. लेकिन सबसे बड़ा धमाका तब हुआ जब इलियास की निशानदेही पर उसके घर के पास छापा मारा गया. यहां से लेथ मशीन, ग्राइंडर, कारतूस बनाने का उपकरण, 257 खाली कारतूस, 354 बुलेट लीड, 350 खोखे, 20 पीतल की रॉड, स्क्रैप और बारूद बरामद हुआ.
अपराधियों का आपराधिक इतिहास
दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपी फाजिल 5 से 6 साल पहले अवैध हथियार तस्करी में कूद गया. आरोपी जमीर पांचवीं तक पढ़ा, फिर मजदूरी करता रहा, लेकिन जल्दी ही काले धंधे का हिस्सा बन गया. वहीं आरोपी इलियास पीतल बर्तन बनाने वाले परिवार से ताल्लुक रखता है, लेकिन बीस साल पहले कारतूस बनाने के इस खतरनाक धंधे में उतर गया. उस पर पहले भी मुगलपुरा थाने में केस दर्ज हो चुका है, लेकिन जेल से छूटते ही वह फिर सक्रिय हो गया.
जांच में जुटी पुलिस
दिल्ली पुलिस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से आरोपियों से पूछताछ करिए पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनके इस गैंग में और कितने लोग शामिल थे. पुलिस अब गिरोह के बाकी सदस्यों और सप्लाई चैन तक पहुंचने के लिए जांच कर रही है.
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Source: IOCL





















