(Source: ECI / CVoter)
Delhi Doctors Strike: दिल्ली में तीन महीने से चल रही डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर आई है ये बड़ी खबर
स्वामी दयानंद अस्पताल के सीनियर और जूनियर डॉक्टर पिछले 3 महीने से बकाये सैलरी को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. अब इससे जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है.
Delhi Doctors Strike: पूर्वी दिल्ली में डॉक्टरों की हड़ताल चर्चा का विषय बनी हुई है. स्वामी दयानंद अस्पताल के सीनियर और जूनियर डॉक्टर पिछले 3 महीने से बकाया सैलरी नहीं मिलने को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. डॉक्टरों का साथ देने के लिए मेडिकल स्टाफ और नर्सिंग स्टाफ भी हड़ताल पर हैं, इधर हड़ताल करने पर डाक्टरों को चेतावनी मिली है कि अगर वो प्रदर्शन खत्म नहीं करते तो उन्हें टर्मिनेट कर दिया जायेगा इसके उलट एमसीडी के मेयर श्याम सुंदर ने एबीपी को बताया कि उन्होंने अब तक किसी को टर्मिनेट नहीं किया है बल्कि एमसीडी लगातार उनसे काम पर लौटने को अपील कर रहा है.
बता दें कि फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने पत्र लिख कर एमसीडी को सैलरी देने की बात कही थी, पत्र में डॉक्टरों की ओर से लिखा गया था कि उन्हें पिछले 3 महीने की सैलरी नहीं मिली है इस वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वे अपने परिवारों का सहयोग भी नहीं कर पा रहे हैं. देश में कोविड-19 की गंभीर स्थिति के बीच पिछले 3 महीने से सैलरी नहीं मिलने के बाद अब डॉक्टरों ने फैसला लिया है कि वह एक फरवरी से हड़ताल पर जाएंगे और अपनी सभी सेवाएं बंद कर देंगे.
क्या कहता है एमसीडी
डॉक्टरों की हड़ताल करने पर और उन्हें टर्मिनेट किए जाने पर एबीपी न्यूज़ ने जब पूर्वी एमसीडी के मेयर श्याम सुंदर से बात की उन्होंने बताया कि हमने डॉक्टरों को टर्मिनेट नहीं किया है बल्कि एमसीडी लगातार कोशिश कर रहा है कि डॉक्टर अपनी सेवाएं बहाल कर दें क्योंकि उनके हड़ताल पर जाने से लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि जितने भी डॉक्टर हड़ताल पर हैं उनमें से सिर्फ कुछ लोगों की ही सैलरी बनती है बाकी सभी डॉक्टर फिलहाल प्रैक्टिस कर रहे हैं और उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार एमसीडी को डॉक्टरों को सैलरी देने के लिए पैसे देता है और उन्होंने अब तक एमसीडी को पैसे नहीं दिए यही वजह है कि एमसीडी के पास डॉक्टरों को सैलरी देने के लिए पैसे नहीं है.
अस्पताल ने दी थी ये चेतावनी
बता दें कि एमसीडी के स्वामी दयानंद अस्पताल ने डाक्टरों को आदेश जारी करके काम पर लौटने का आदेश दिया था, पत्र में लिखा था कि सभी डॉक्टर कोविड की स्थिति को देखते हुए 3 फरवरी सुबह 9 बजे से अपने ड्यूटी पर वापस लौट आएं वरना उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी.
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