Delhi: डीडीए की फेक वेबसाइट से रहिए सावधान, फ्लैट बुकिंग के नाम पर आप भी हो सकते हैं ठगी के शिकार
Delhi: डीडीए फ्लैट बुकिंग के लिए इच्छुक लोग जब वेबसाइट पर सर्च करते हैं. उसी दौरान साइबर अपराधियों द्वारा डीडीए के ऑफिशियल वेबसाइट की तरह ही फेक वेबसाइट बनाई जाती है.

Delhi Cyber Crime: दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (Delhi Development Authority) द्वारा तैयार किए गए फ्लैट्स को लोगों को बेहद सस्ते दामों पर खरीदने का अवसर मिलता है. आने वाले कुछ ही समय में डीडीए द्वारा लोगों के लिए सस्ते दामों पर हजारों फ्लैटों की बुकिंग की जा सकेगी.
इस दौरान कई साइबर ठग इस फिराक में बैठे हैं की फेक वेबसाइट और लिंक के माध्यम से लोगों को ठगी का शिकार बनाया जाए. दिल्ली पुलिस के करीबी सूत्रों की मानें तो अब इसको लेकर कुछ शिकायतें आना भी शुरू हो चुकी है. दरअसल, डीडीए के ऑफिशियल वेबसाइट की तरह एक फेक वेबसाइट के माध्यम से लोगों से डीडीए फ्लैट की बुकिंग के नाम पर हजारों रुपया ठगा जा रहा है.
ऐसे हो रहे ठगी के शिकार
डीडीए फ्लैट बुकिंग के लिए इच्छुक लोग वेबसाइट पर सर्च करते हैं. इसी दौरान साइबर अपराधियों द्वारा डीडीए के ऑफिशियल वेबसाइट की तरह ही फेक वेबसाइट बनाई जाती है. इसके बाद सर्च करने वाले लोग जानकारी के अभाव में ऐसे फेक वेबसाइट के प्रभाव में आ जाते हैं और दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपनी जानकारी साझा कर देते हैं. इन फेक वेबसाइटों के माध्यम से ठग उनसे ओटीपी, बैंक डिटेल और फ्लैट बुकिंग के नाम पर एडवांस रुपये जमा करा लेते हैं.
इसकी कोई भी अधिकृत जिम्मेदारी नहीं होती. इसके बाद एडवांस बुकिंग के नाम पर लोग साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं. दिल्ली पुलिस ने भी लोगों से अपील की है कि बिना किसी जानकारी के अपने किसी भी आवश्यक दस्तावेज, फोन नंबर, ओटीपी और बैंक डिटेल सहित पैसों का लेनदेन बिल्कुल न करें.
साइबर ठगी का शिकार होने से कैसे बचें
फ्लैट बुकिंग और मनचाहे स्कीम का फायदा उठाने के नाम पर साइबर ठगों द्वारा लोगों से हजारों - लाखों रुपए ठगे जाते हैं. इसके लिए हमेशा से ही लोगों से अपील की जाती है कि कभी भी अपनी आवश्यक जानकारी, बैंक डिटेल, ओटीपी, किसी से साझा न करें. साथ ही फेक वेबसाइट और लिंक पर सर्च करने से भी बचें. कभी भी बिना जांचे किसी भी लुभावनी स्कीम और ऑफर के नाम पर पैसों का लेन देन नहीं करना चाहिए. अपनी आवश्यक जानकारी जैसे फोन और एकाउंट नंबर को भी किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए.
Source: IOCL





















