'EWS सर्टिफिकेट पर रोक, गरीब छात्रों की शिक्षा पर कुठाराघात', दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष का सरकार पर निशाना
Delhi Politics: कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र पर रोक के फैसले का विरोध किया. उन्होंने इसे गरीब छात्रों के शिक्षा के अधिकार से वंचित करने वाला बताया.

Delhi Congress On EWS: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने बीजेपी की दिल्ली सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि धांधली के नाम पर ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) सर्टिफिकेट जारी करने पर रोक लगाना सीधे-सीधे गरीब छात्रों से उनका शिक्षा का अधिकार छीनने जैसा है. अगर धांधली की बात है, तो शिक्षा विभाग इसकी पूरी जांच कर सकता है, लेकिन सर्टिफिकेट पर पूरी तरह रोक लगाना गरीब विरोधी कदम है. कांग्रेस इस फैसले का पुरजोर विरोध करती है.
कांग्रेस नेता देवेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार न केवल एससी/एसटी/ओबीसी आरक्षण को खत्म करने की साजिश रच रही है, बल्कि ईडब्ल्यूएस छात्रों के आरक्षण को भी निशाना बना रही है. उन्होंने कहा कि स्कॉलरशिप और शिक्षा के बजट में कटौती करके बीजेपी ने अपनी मंशा साफ कर दी है. यह सरकार पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है और गरीबों की कमर तोड़ने वाले फैसले ले रही है.
'छात्रों और अभिभावकों की बढ़ीं मुश्किलें'
देवेन्द्र यादव ने कहा कि स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में दाखिले का समय चल रहा है. ऐसे में ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट पर रोक लगने से गरीब परिवारों के बच्चों का भविष्य दांव पर लग गया है. प्राइवेट स्कूलों में ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए 25% सीटें आरक्षित होती हैं, और नौकरियों में 10% आरक्षण भी इसी सर्टिफिकेट के आधार पर मिलता है. इस रोक से न केवल शिक्षा, बल्कि रोजगार के अवसर भी प्रभावित होंगे. खासकर, जब सीबीएसई के 10वीं-12वीं के परिणाम और सीयूईटी जैसी परीक्षाओं के साथ दाखिले की प्रक्रिया शुरू होने वाली है, तब यह फैसला और भी घातक है.
'प्राइवेट स्कूलों को फायदा, गरीबों को नुकसान'
देवेन्द्र यादव ने दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार पर प्राइवेट स्कूलों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हाल ही में प्राइवेट स्कूलों ने मनमाने ढंग से फीस बढ़ाई, लेकिन सरकार ने इस पर कोई सख्त कदम नहीं उठाया. इससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ा है और बच्चों की पढ़ाई महंगी हो गई है. अब ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट पर रोक लगाकर सरकार ने प्राइवेट स्कूलों को और बढ़ावा देने की कोशिश की है. यादव ने मांग की कि फीस वृद्धि को तुरंत वापस लिया जाए, वरना कांग्रेस सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेगी.
टबीजेपी के वादे और हकीकतट
यादव ने कहा कि बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में गरीबों के उत्थान और युवाओं को रोजगार देने के बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद उसने दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर झूठे वादों का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार केवल पूंजीपतियों की हितैषी है.
कांग्रेस का अल्टीमेटम
देवेन्द्र यादव ने चेतावनी दी कि अगर बीजेपी सरकार अपने गरीब विरोधी फैसलों को जल्द वापस नहीं लेती, तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को लूटने की साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. साथ ही, उन्होंने आम आदमी पार्टी और बीजेपी की कथित मिलीभगत पर भी सवाल उठाए, इसे जनता को गुमराह करने की नूरा-कुश्ती करार दिया.
कांग्रेस पार्टी की ये है मांग
- ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट पर रोक तुरंत हटाई जाए.
- प्राइवेट स्कूलों की फीस वृद्धि वापस ली जाए.
- गरीब और वंचित वर्गों के लिए शिक्षा और रोजगार के अवसर सुनिश्चित किए जाएं.
देवेन्द्र यादव ने दिल्ली की जनता से अपील की कि वे इस अन्याय के खिलाफ एकजुट हों और कांग्रेस का साथ दें, ताकि गरीब बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया जा सके.
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Source: IOCL























