Delhi Assembly Session Highlights: दो दिन और बढ़ाया गया दिल्ली विधानसभा सत्र, AAP के 21 विधायक 3 दिन के लिए निलंबित
Delhi Assembly Session: दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. सदन से आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों को निलंबित कर दिया गया. आज सदन में कैग रिपोर्ट भी पेश हुई.

Background
दिल्ली की राजनीति के लिहाज से आज का दिन यानी मंगलवार (25 फरवरी) सियासी रूप से गरमाया रहा. इसके संकेत विधानसभा सत्र के पहले दिन ही आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच तीखी नोकझोंक से मिल गए थे. मंगलवार को विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने नेता प्रतिपक्ष आतिशी सहित आप के 21 विधायकों को तीन दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया.
सीएम रेखा गुप्ता की सरकार 25 फरवरी को दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के प्रदर्शन पर आधारित भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की 14 रिपोर्ट पेश करेगी. कैग की लंबित रिपोर्ट में राज्य के वित्त, सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे, वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण, शराब विनियमन और दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के कामकाज की समीक्षा शामिल हैं. कैग रिपोर्ट से कई बड़े खुलासे होने वाले हैं. इससे कई नेताओं की मुश्किलें भी बढ़ेंगी. बीजेपी आरोप लगाती रही है कि आप सरकार ने कैग रिपोर्ट को जान बूझकर रोक रखी थी.
सीएजी रिपोर्ट को लेकर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि विपक्ष को सीएजी रिपोर्ट का सामना करना चाहिए. दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि सीएजी रिपोर्ट आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार का पुलिंदा है. आज जब विधानसभा में सीएजी रिपोर्ट आएगी तो अरविंद केजरीवाल को आम जनता को उसका जवाब देना होगा. उन्होंने दिल्ली की जनता को लूटने का पाप किया है, वे इसके लिए जिम्मेदार हैं.
वीरेंद्र सचदेवा के मुताबिक जैसे ही सीएजी रिपोर्ट सामने आएगी तो केजरीवाल जनता को अपनी शक्ल दिखाने के लायक नहीं रहेंगे. उन्होंने दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि ओछी राजनीति करना आम आदमी पार्टी का चरित्र है.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान में लिखा है कि किसी भी सरकार के हेड राष्ट्रपति होते हैं. कार्यकारी हेड प्रधानमंत्री होते हैं. पिछले 11 सालों से आम आदमी पार्टी ने न तो राष्ट्रपति की तस्वीर लगने दी और न ही प्रधानमंत्री की तस्वीर लगने दी. संविधान का अपमान खुद अरविंद केजरीवाल ने किया. उन्होंने आगे कहा जहां तक बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर का सवाल है, तो वे पहले से ही लगी हुई हैं. मगर झूठ बोलना और प्रपंच करना आम आदमी पार्टी का चरित्र है. वे ये करते रहेंगे.
दरअसल, दिल्ली विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र सोमवार को शुरू हुआ. सत्र के पहले दिन विपक्ष ने सीएम कार्यालय से बाबा साहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर हटाने को लेकर जोरदार हंगामा किया. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि बीजेपी ने विधानसभा में सीएम कार्यालय से बाबा साहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगा दी है. उन्होंने इसे दिल्ली सरकार द्वारा सिख विरोधी और दलित विरोधी एक्शन बताया.
Delhi Assembly Session Live: AAP की नीतियों से हुआ भारी नुकसान- वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आज दिल्ली विधानसभा में प्रस्तुत सीएजी रिपोर्ट से स्पष्ट है कि भ्रष्ट अरविंद केजरीवाल सरकार की शराब नीति में 2,002.68 करोड़ का घोटाला हुआ था.
उन्होंने कहा कि आप की नीतियों से राजस्व में भारी नुकसान हुआ. अवैध रूप से दुकानें न खोलने से 941.53 करोड़ का घाटा. सरेंडर किए गए लाइसेंसों की फिर से नीलामी न करने से 890 करोड़ की हानि. COVID-19 के नाम पर ज़ोनल लाइसेंसियों को 144 करोड़ की छूट. सुरक्षा जमा राशि ठीक से न लेने से 27 करोड़ का नुकसान. आज न सिर्फ दिल्ली, बल्कि पूरा देश देख रहा है कि आप सरकार की शराब नीति में हुए भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन ने दिल्ली की अर्थव्यवस्था को कितना नुकसान पहुंचाया है.
Delhi Assembly Session Live: नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने क्या कहा?
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि एक्साइज की ऑडिट रिपोर्ट आज दिल्ली विधानसभा में पेश की गई. इसके 7 चैप्टर में 2017-21 तक की एक्साइज पॉलिसी पर है और एक चैप्टर न्यू एक्साइज पॉलिसी पर है. दिल्ली सरकार ने पुरानी एक्साइज पॉलिसी को खामियों और भ्रष्टाचार को दिल्ली वालों को सामने रखा था. उस पॉलिसी के तहत हरियाणा और यूपी से अवैध तरीके से शराब लाया जाता था. इस रिपोर्ट ने हमारी उस बात पर मुहर लगाई है. कितनी शराब बेची जा रही है उस पर भ्रष्टाचार था. यह रिपोर्ट बताती है कि 28 फ़ीसदी से ज़्यादा भ्रष्टाचार ठेकेदार कर रहे थे और पैसा दलालों की जेब में जा रहा था. यह रिपोर्ट बताती है कि शराब की ब्लैक मार्केटिंग हो रही थी और सब जानते हैं कि किस पार्टी के लोगों के पास शराब के ठेके थे. शराब के ठेकेदारों ने ग़लत तरीक़े से कॉस्ट प्राइस कैलकुलेट करके मुनाफ़ा कमाया. यह रिपोर्ट उसी बात को दोहरा रही है जो हमने कहा कि पुरानी पॉलिसी से दिल्ली के लोगों को घाटा हो रहा है.
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Source: IOCL





















