Budget 2023 Expectations: मोदी सरकार से क्या चाहती हैं दिल्ली की महिलाएं? कल पेश होने वाले बजट को लेकर बताईं उम्मीदें
Budget 2023 Expectations: दिल्ली (Delhi) की महिलाओं से एक फरवरी को पेश होने जा रहे केंद्रीय बजट को लेकर एबीपी लाइव ने खास बातचीत की. इसमें उन्होंने आने वाले बजट को लेकर अपनी उम्मीदें जाहिर की हैं.
Budget 2023 Expectations: देश का केंद्रीय बजट 2023-24 एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) पेश करेंगी. इससे पहले अनेक मंच से सरकार की ओर से देश के बुनियादी आधार को मजबूत करने का रूपरेखा को सामने रखा गया है. उसी के आधार पर कयास लगाए जा रहे हैं कि हर वर्ग के लिए आने वाला बजट कैसा होगा? लेकिन एक साल में आने वाले इस बजट से मध्यम वर्गीय आम नागरिक, युवा, छात्र ,व्यापारी और महिलाएं सहित सभी वर्गों को बड़ी उम्मीदें रहती हैं.
इसी को देखते हुए एबीपी लाइव ने दिल्ली की महिलाओं से आने वाले इस केंद्रीय बजट को लेकर खास बातचीत की. इसमें उन्होंने आने वाले केंद्रीय बजट को लेकर अपनी उम्मीदें जाहिर की हैं. दिल्ली के चांदनी चौक की रहने वाली हेमा चौधरी से जब एबीपी लाइव ने बजट के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया, "देश के हर क्षेत्र में बदलती सूरत से यह स्पष्ट है कि देश में चौतरफा विकास हो रहा है, लेकिन मध्यम वर्गीय परिवार इस बार भी सरकार से बड़ी राहत की उम्मीद कर रहा है.
'सिलेंडर, पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों से बजट हुआ प्रभावित'
उन्होंने आगे कहा, "बीते कुछ महीनों से घर के राशन हो या एलपीजी सिलेंडर, इसके अलावा पेट्रोल-डीजल और सीएनजी गैस के बढ़ते दामों ने महीने भर के बजट को प्रभावित किया है. हम जरूर चाहेंगे कि आने वाले इस बजट में मध्यम वर्गीय परिवार के लिए सीधे कुछ राहत मुहैया कराई जा सके, जिससे हम अपने महीने के आय को सही रूप में इस्तेमाल कर सकें."
'बच्चों के पढ़ाई-लिखाई के बढ़ते खर्च से मिले राहत'
मयूर विहार फेज वन की रहने वाली 40 साल रिंकी तिवारी ने कहा, "हर साल आने वाले बजट से सबसे ज्यादा उम्मीदें करदाता यानी मध्यम वर्गीय परिवार को ही रहता है, लेकिन सीधे तौर पर इस बजट से उन मध्यम वर्गीय परिवार को राहत नहीं मिलती है. वैसे इस बार हमारी उम्मीदें सरकार से अधिक हैं. हम चाहते हैं कि हमारे बच्चों के स्कूल फीस और अन्य पढ़ाई के बढ़ते खर्च से जुड़े विषय पर राहत दी जाए, जिससे हमें अपना महीने का खर्च चलाने में कोई दिक्कत न हो."
'महंगाई पर नियंत्रण जरूरी'
वहीं दिल्ली के राजेंद्र नगर की रहने वाली अनुराधा तोमर ने कहा, "हिंदुस्तान सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन चुका है. यह जरूर है कि हर वर्ग के आर्थिक स्थिति का तालमेल बिठाना भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती है, लेकिन समय से टैक्स का भुगतान करने वाले मध्यम वर्गीय परिवार और गरीब वर्ग के लोगों के लिए इस केंद्रीय बजट में विशेष उपहार होना चाहिए. इससे व्यक्ति महीने और साल भर के अपने खर्च को संतुलित तरीके से चला सके. वर्तमान स्थिति में बहुत से दूसरे देशों की तुलना में जरूर हिंदुस्तान की स्थिति बेहतर है, लेकिन हम अभी भी इस बजट से यह उम्मीद लगाए हैं कि हमें बढ़ती महंगाई से राहत मिलेगी."