AgustaWestland Case: अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के 'बिचौलिए' क्रिश्चियन मिशेल का बड़ा दावा, 'तिहाड़ जेल में उसकी...'
AgustaWestland Scam Case: अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले के कथित बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल ने कोर्ट में दावा किया कि तिहाड़ जेल में उसे धीमे जहर से मारने की साजिश रची गई है.

AgustaWestland: अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले के कथित बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल ने चौंकाने वाला दावा किया है. उसने दावा किया कि तिहाड़ जेल में उसकी हत्या की साजिश रची गई. मिशेल ने अदालत में आरोप लगाया कि उसे जेल में धीमे जहर से मारने की कोशिश की जा रही है.
इस सनसनीखेज आरोप के बाद दिल्ली की रॉउज एवन्यू कोर्ट ने मामले को गंभीर और संवेदनशील मानते हुए तिहाड़ प्रशासन से जवाब तलब किया है. स्पेशल जज संजीव अग्रवाल ने तिहाड़ जेल के महानिदेशक को 16 अप्रैल 2025 तक डिटेल रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है.
मिशेल ने कोर्ट में बताया कि 11 फरवरी 2025 को उसकी सर्जरी हुई थी, लेकिन उसके बाद से उसकी हालत बिगड़ती जा रही है. उसने दावा किया कि उसे खाने या पानी के जरिए धीमा जहर दिया जा रहा है, जिससे उसका शरीर धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है. इस पर कोर्ट ने जेल प्रशासन को फटकार लगाते हुए आदेश दिया कि 7 अप्रैल 2025 को मिशेल को एम्स के हड्डी रोग विभाग में भर्ती कराया जाए और उसका पूरी तरह मेडिकल परीक्षण कराया जाए.
आखिर कौन है क्रिश्चियन मिशेल ?
क्रिश्चियन मिशेल अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले में मुख्य आरोपी है. केंद्र सरकार ने 4 दिसंबर 2018 को उसे दुबई से प्रत्यर्पित किया था. मिशेल पर आरोप है कि उसने भारतीय राजनेताओं, सैन्य अधिकारियों और नौकरशाहों को करोड़ों रुपये की रिश्वत दी, जिससे यह डील पक्की हो सके.
कैसे हुआ था अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला?
फरवरी 2010 में यूपीए सरकार ने इटली की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड से 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था. यह सौदा 3,600 करोड़ रुपये (350 मिलियन पाउंड) का था. बाद में जांच में खुलासा हुआ कि सौदे की शर्तों को बदला गया था ताकि अगस्ता वेस्टलैंड को फायदा मिले. इसके लिए बड़े स्तर पर रिश्वत बांटी गई, जिसमें मिशेल समेत कई बड़े नामों की संलिप्तता पाई गई.
क्या सच में जेल में साजिश या बचने की नई चाल ?
क्रिश्चियन मिशेल के जहर देने के आरोपों ने इस घोटाले में एक नया मोड़ ला दिया है. क्या सच में तिहाड़ जेल में उसकी जान को खतरा है या यह एक नई रणनीति है, जिससे वह CBI की जांच से बच सके. अब सबकी नजरें 16 अप्रैल को पेश होने वाली तिहाड़ प्रशासन की रिपोर्ट पर टिकी है. क्या तिहाड़ की सलाखों के पीछे एक खतरनाक साजिश चल रही है या मिशेल सिर्फ ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है?
Source: IOCL























