Bemetara Tomato Farming: कभी खूब मुनाफा तो कभी भारी नुकसान, क्या कहते हैं टमाटर की खेती करने वाले किसान?
Bemetara News: बेमेतरा के टमाटर छत्तीसगढ़ से उत्तर और दक्षिण भारत में सप्लाई होता है. इसमें दिल्ली, कलकत्ता, यूपी और दक्षिण भारत में टमाटर की अच्छी बिक्री हो रही है, साथ ही लोगों को रोजगार मिल रहा है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 70 किलोमीटर दूर बेमेतरा जिला चना की खेती के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन अब किसान बेमेतरा की पहचाना में नई फसलों का नाम जोड़ रहे है. पिछले कुछ सालों में जिले में सब्जियों की खेती में किसानों का रुझान बढ़ गया है. बेमेतरा जिले से उत्तर भारत से दक्षिण भारत तक टमाटर की सप्लाई की जा रही है. इससे गांव के बेरोजगारों को भी रोजगार मिल रहा है. दरअसल बेमेतरा जिले के कुसमी गांव में बंसी राठी करीब 20 एकड़ जमीन में टमाटर की खेती कर रहे है. इससे लाखों की कमाई से मालामाल भी हो रहे है. कभी बेमौसम बारिश से किसान का झोला खाली भी हो जाता है. लेकिन सब्जियों की खेती की डगर पर दशकों से चल रहे है.
टमाटर के लाल रंग को खतरे की निशानी क्यों मानते है किसान
टमाटर की खेती में नफा-नुकसान लगा रहता है, मौसम साथ दे तो किसान मालामाल हो जाते हैं. लेकिन बेमौसम बारिश से लाखों का नुकसान भी उठाना पड़ जाता है. इसलिए किसान बंसी राठी कहते हैं कि, टमाटर का लाल रंग खतरे की निशानी है. हाई रिस्क में खेती करते है. इस वर्ष करीब 20 एकड़ जमीन में टमाटर की फसल लगाई गई है. इसमें से 7 एकड़ जमीन में टमाटर निकलना शुरू हो गया है. रोजाना करीब 300 कैरेट टमाटर निकल रहा है. वहीं 12 एकड़ से अधिक जमीन में फरवीर महीने में टमाटर निकलना शुरू होगा. अभी 5 रुपए प्रति किलो की दर से टमाटर की बिक्री कर रहे है.
दाम को लेकर बदनाम है टमाटर
किसान मौसम और बारिश के अलावा किसान गिरते भाव से भी परेशान होते हैं. ठंड की शुरुआत के साथ टमाटर के दाम गिर जाते हैं. सभी सब्जियों में सबसे कम दाम में टमाटर देना पड़ता है. बंशी राठी कहते हैं की खेत से बाजार पहुंचते तक तीन गुना दाम बढ़ जाता है. जब बाजार में 100 रुपए टमाटर के दाम होते हैं तब भी किसान को 30-40 रुपए मिलता है.
टमाटर की खेती से लाखों का मुनाफा और बेरोजगारों को रोजगार
धान के अलावा सब्जियों की खेती से भी किसानों को लाखों रुपए का मुनाफा हो सकता है. एक एकड़ की खेत में 1 लाख से अधिक की कमाई हो सकती है. किसान बंसी राठी ने बताया कि, बेमेतरा के टमाटर छत्तीसगढ़ से उत्तर और दक्षिण भारत में सप्लाई होता है. इसमें दिल्ली, कलकत्ता, यूपी और दक्षिण भारत में टमाटर की अच्छी बिक्री हो रही है.
सब्जियों की खेती से दूर भागते किसान
किसान अब खेती किसानी से ऊब रहे हैं. बेहतर भाव नहीं मिलने से अब खेती से दूर भाग रहे हैं. ज्यादा मुनाफे के चलते भी दूसरी फसलों के पीछे भागते हैं. लेकिन सब्जियों की खेती में सबको फायदा हो सकता है. किसान बंसी राठी ने कहा कि, खेती किसानी को लेकर युवाओं की सोच गलत है. एक बार सब्जी की खेती करने के बाद धान की खेती भूल जाएंगे. इसके अलावा खेती से भागने के पीछे की वजह यह भी है की किसान के पास जमीन कम है और साधन नहीं है. लेकिन फिर भी कम जमीन में सब्जियां की खेती शुरू की जा सकती है.
टमाटर की फसल में रखने वाली सावधानी
टमाटर की खेती में ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है. एक दिन भी टमाटर की फसल पर ध्यान नहीं दिया जाएगा तो भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है. किसान बंसी राठी ने बताया कि, एक-एक फीट की दूरी में पौधा लगाया जाना चाहिए. बांस -बल्ली के सहारे पौधे को सुरक्षित रक्षा जाना चाहिए. इससे टमाटर भी ज्यादा निकलते हैं. एक टमाटर का पौधा 4 से 5 फीट तक बढ़ जाता है. टमाटर जब लाल होना शुरू हो जाए तो रोजाना टमाटर निकालना जरूरी होता है, नहीं तो पौधे में टमाटर सड़ जाएंगे.
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