उपेंद्र कुशवाहा का बड़ा फैसला, पहले बेटे को बनाया मंत्री और अब पत्नी को दी बड़ी जिम्मेदारी
Bihar Politics: नीतीश सरकार में कुशवाहा ने अपने बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनाया था जिसके बाद पार्टी में नाराजगी की चर्चा थी. अब पार्टी के हित में आगे का निर्णय लिया गया है.

आरएलएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने माधव आनंद को विधायक दल के नेता की जिम्मेदारी दी है. वहीं पत्नी स्नेहलता को मुख्य सचेतक नियुक्त किया है. माधव आनंद ने मधुबनी से राष्ट्रीय लोक मोर्चा के टिकट पर जीत हासिल की है जबकि पत्नी स्नेहलता सासाराम से जीतीं हैं. अब दोनों को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. नीतीश सरकार में कुशवाहा ने अपने बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनाया था जिसके बाद पार्टी में नाराजगी की चर्चा थी. अब पार्टी के हित में आगे का निर्णय लिया गया है.
बुधवार (03 दिसंबर, 2025) को जारी पार्टी के पत्र में लिखा गया है, "राष्ट्रीय लोक मोर्चा के सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने गत माह विधायक दल की पहली बैठक में सर्वसम्मति से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद श्री उपेंद्र कुशवाहा को विधानसभा में पार्टी के विधायक दल का नेता और सचेतक चुनने के लए अधिकृत किया था."
आगे लिखा गया है, "आज श्री उपेंद्र कुशवाहा ने इस संबंध में सचिव, बिहार विधानसभा को एक पत्र के माध्यम से यह सूचित किया है कि मधुबनी विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक श्री माधव आनंद रालोमो विधायक दल के नेता होंगे जबकि सासाराम विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती स्नेहलता कुशवाहा सचेतक होंगी."
रालोमो से जीते हैं चार विधायक
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव (2025) में रालोमो से चार विधायक जीते हैं. बाजपट्टी से रामेश्वर कुमार महतो, मधुबनी से माधव आनंद, सासाराम से स्नेहलता और दिनारा से आलोक कुमार सिंह को जीत मिली है. उपेंद्र कुशवाहा ने जब अपने बेटे को मंत्री बनाया तो कहीं न कहीं पार्टी के विधायकों में असंतोष दिख रहा था. खास कर मधुबनी के विधायक माधव आनंद जिन पर पहले से चर्चा थी कि पुराने और अनुभवी नेता हैं, लेकिन उन्हें भी दरकिनार कर दिया गया. अब माधव आनंद को विधायक दल का नेता बनाकर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की गई है.
'मंत्री बनने की मुझमें हर काबिलियत'
बुधवार को ही माधव आनंद ने मीडिया के सामने असंतोष जाहिर किया था और कहा था, "मेरी व्यक्तिगत इच्छा है कि मैं मंत्री बनूं. मंत्री बनने की हर काबिलियत मुझमें है. क्वालिफाइड हूं. अर्थशास्त्री हूं. 55 देशों की यात्रा कर चुका हूं. आगे भी मंत्री बनने की इच्छा रहेगी. उम्मीद है कि आगे मुझे मंत्रिमंडल में मौका मिलेगा." शायद यही सब वजह है कि उपेंद्र कुशवाहा ने माधव आनंद को विधायक दल का नेता बनाकर एक जगह दी है.
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