Bihar SIR: पटना की दीघा सीट की मतदाता सूची पर रोहिणी आचार्य के पोस्ट का सच, पटना प्रशासन ने क्या कहा?
पटना जिला प्रशासन ने कहा कि निर्वाचक सूची में निर्वाचकों को आवंटित किया जाने वाला गृह संख्या अस्थायी एवं प्रतीकात्मक होता है. इसका निर्वाचक के वास्तविक गृह संख्या या परिवार से कोई सम्बन्ध नहीं होता.

बिहार में एक महीने तक वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान (SIR) चला. इसके समापन के बाद वोटर लिस्ट वोटर लिस्ट ड्राफ्ट जारी किया गया. सियासत जमकर हो रही है. आरजेडी एवं लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने एक्स पर बिहार के दीघा विधानसभा क्षेत्र की एक मतदाता सूची पोस्ट की है.
क्या था रोहिणी आचार्य का एक्स पोस्ट?
रोहिणी ने लिखा था, "दीघा विधानसभा क्षेत्र जो वोटर हैं, वह वेटनरी कॉलेज मतदान केंद्र पर वोट डालने आते हैं. वोटर लिस्ट में नजर आ रहा है कि कई सारे मतदाताओं का मकान संख्या एक ही 107 है. रोहिणी की तरफ से सवाल उठाया गया कि आखिर कई सारे मतदाताओं का एक ही मकान संख्या 107 कैसे हो सकता है?"
मतदाता पुनरीक्षण के पश्चात् चुनाव आयोग की नई मतदाता सूची के मुताबिक बिहार के दीघा विधानसभा के एक ही मकान , मकान नंबर 107 में तिवारी, सिन्हा, अंसारी, पास्वान, मुस्तफ़ा, यादव सब एक साथ रह रहे हैं और बिहार में डॉग बाबू , सोनालिका ट्रैक्टर , देवी - देवताओं के नामों पर भी वोटर आई -… pic.twitter.com/g3zmDAKJjJ
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) August 3, 2025
दीघा विधानसभा के एक मकान नंबर 107 का उदाहरण देते हुए कहा गया कि एक ही मकान में तिवारी, सिन्हा, अंसारी, पासवान, मुस्तफा और यादव जैसे अलग-अलग समुदाय के लोग एक साथ रह रहे हैं. RJD, लालू की बेटी रोहिणी आचार्य की ओर से एक्स पर पोस्ट कर आरोप लगाया गया कि मतदाता सूची में जानबूझकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां की गई हैं ताकि इसका फायदा एनडीएको हो.
एबीपी न्यूज की टीम दीघा विधानसभा क्षेत्र के वेटनरी कॉलेज मतदान केंद्र के पास पहुंची. यहां पर मकान संख्या 107 दिखा ही नहीं. इस नंबर का मकान संख्या नहीं है. एबीपी न्यूज ने पटना जिला प्रशासन से संपर्क किया और सच्चाई जानने की कोशिश की कि आखिर पूरा मसला क्या है?
पटना जिला प्रशासन ने कहा कि निर्वाचक सूची में निर्वाचकों को आवंटित किया जाने वाला गृह संख्या अस्थायी एवं प्रतीकात्मक होता है. इसका निर्वाचक के वास्तविक गृह संख्या या परिवार से कोई सम्बन्ध नहीं होता है. विशेष गहन पुनरीक्षण के क्रम में योग्य निर्वाचकों का केवल सत्यापन किया गया है. निर्वाचक सूची में यह गृह संख्या गहन पुनरीक्षण के पूर्व से अंकित है.
विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान गृह संख्या में किसी प्रकार का कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. 07.01.2025 को अंतिम प्रकाशित निर्वाचक सूची में भी इस मतदान केंद्र के उक्त गृह संख्या में निर्वाचकों का संबंधन इसी प्रकार था और विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान निर्वाचकों के जरिए इस सम्बन्ध में कोई आपत्ति नहीं की गई. अब पटना जिला प्रशासन के जवाब से सवाल उठ रहा है कि क्या आरजेडी या रोहिणी की तरफ से गुमराह करने की कोशिश की गई?
SIR पर लगातार सवाल उठा रहा विपक्ष
बता दें कि तेजस्वी यादव भी SIR पर लगातार सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने दावा किया था कि वोटर लिस्ट ड्राफ्ट में उनका नाम नहीं है, लेकिन चुनाव आयोग, पटना जिला प्रशासन ने मतदाता सूची जारी कर कहा कि उनका नाम वोटर लिस्ट में है लेकिन तेजस्वी ने जो वोटर आईडी कार्ड मीडिया से साझा किया था उसमें EPIC नंबर कुछ और है. चुनाव आयोग, पटना जिला प्रशासन ने जो वोटर लिस्ट जारी की उसमें तेजस्वी का EPIC नंबर कुछ और है. अब सवाल है कि क्या तेजस्वी के पास दो वोटर ID कार्ड है? चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर उनसे जवाब भी मांगा है.
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Source: IOCL























