Tiger Attack: बेतिया में बच्चे पर बाघ ने किया अटैक, रिहायशी इलाके को बनाया अपना आशियाना, दहशत
Valmiki Nagar News: बेतिया में वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व क्षेत्र है. यहां से बाघ निकलकर कई बार रिहायशी इलाकों में आ जाता है. वहीं, अभी बच्चे पर बाघ के हमले की सूचना मिली है.

Tiger Attack: बेतिया के चनपटिया में बुधवार की देर रात में बाघ ने एक बच्चे पर हमला कर दिया है जिसमें बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है. इलाज के लिए उसे चनपटिया प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र लाया गया. स्वाथ्य केंद्र में डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए उसे बेतिया जीएमसीएच रेफर कर दिया. मामला चनपटिया थाना क्षेत्र के कर्णपट्टी वार्ड नंबर 10 का है. बताया जा रहा है कि जहां बाघ ने नौ वर्षीय बच्चे को अपना शिकार बनाया, लेकिन बच्चे के चिल्लाने पर ग्रामीणों की भीड़ से बच्चे की जान बच गई. बाघ के हमले से बच्चा बुरी तरह घायल हो गया.
घायल बच्चे की पहचान चनपटिया थाना क्षेत्र के कर्णपट्टी निवासी नंदलाल यादव के 9 वर्षीय पुत्र सुराज कुमार के रूप में हुई है. वहीं, बाघ के हमले से पूरे गांव दहशत का माहौल हो गया है. वन विभाग की टीम ने इस गांव में लगभग 24 घंटे से रेस्क्यू में लगी है, लेकिन अभी तक बाघ पकड़ में नहीं आया है.
वन विभाग की टीम तलाश में है जुटी
बता दें कि बुधवार की सुबह वन विभाग की टीम ने चनपटिया के पुरैना गांव में बाघ की सूचना पर पहुंची थी. टीम ने बाघ को ट्रैक की. बाघ को रेस्क्यू करने के लिए गांव की चारों तरफ से जाल से घेराबंदी की गई है. पूरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन चला, लेकिन बाघ का कहीं पता नहीं चल सका और शाम होते ही बाघ ने अपना ठिकाना बदल कर दूसरे गांव में जा पहुंचा और रात होते ही बाघ ने एक बच्चे पर हमला कर दिया.
बाघ के हमले में नौ वर्षीय सुराज कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल के परिजनों ने बताया कि रात में बच्चा पढ़ाई कर बाथरूम के लिए बाहर निकला जिस पर बाघ ने हमला कर दिया. बच्चे के चिल्लाने पर उसके चाचा ने लाठी लेकर दौड़े और बाघ को 1 से 2 लाठी मारे फिर बाघ ने उन पर भी झपट्टा मारा जिसमें वह भी बाल बाल बच गए. इसके बाद सभी गांव के लोग इकठ्ठा हो गए. बाघ गन्ने के खेत में भाग गया.
डीएफओ बोले- किसी और जानवर ने किया है अटैक
वहीं. वन विभाग के डीएफओ प्रद्युम्न गौरव का कहना है कि घायल बच्चे को बाघ ने नहीं मारा है. किसी दूसरे जानवर ने मारा होगा. उन्होंने बताया कि बाघ गांव से दूर नदी के रास्ते निकल गया है. पगमार्ग के आधार पर ट्रैक किया जा रहा है फिलहाल बाघ गांव से दूर नदी के रास्ते जंगल की ओर बढ़ रहा है, लेकिन वहां के ग्रामीणों का साफ साफ कहना है कि बच्चे को बाघ ने ही मारा है. बाघ को दरवाजे पर सभी लोगों ने देखा है.
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Source: IOCL























