Rohini Acharya: लालू परिवार में 'बागी' हो गईं रोहिणी आचार्य, परिवार के सदस्यों को किया अनफॉलो
Rohini Acharya: संजय यादव को लेकर लालू परिवार में लंबे समय से विवाद होता आया है. तेज प्रताप यादव पार्टी से निकाले जाने के बाद संजय यादव का नाम लिए बिना उन्हें 'जयचंद' बता चुके हैं.

एक तरफ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव चुनाव की तैयारी में लगे हैं तो दूसरी ओर लालू परिवार में कलह वाली तस्वीर दिख रही है. लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पहले ही कह दिया है कि अब वे कभी आरजेडी में नहीं जाएंगे तो दूसरी ओर अब बेटी रोहिणी आचार्य ऐसा लग रहा है कि बागी हो गई हैं. रोहिणी आचार्य ने एक्स से परिवार के सदस्यों से लेकर आरजेडी से जुड़े अकाउंट या नेताओं को अनफॉलो कर दिया है.
सोमवार (22 सितंबर, 2025) सुबह तक के अनुसार अब वे सिर्फ तीन ही लोगों को फॉलो करती हैं. इनमें से एक अकाउंट उनके पति समरेश सिंह का है. वहीं दूसरा अकाउंट राहत इंदौरी के नाम से है जबकि तीसरा 'द स्ट्रेट्स टाइम्स' के नाम से है जिसे रोहिणी वर्तमान में फॉलो कर रही हैं. माना जा रहा है कि छोटे भाई तेजस्वी यादव की यात्रा वाली बस में उनके सलाहकार संजय यादव के बैठने से यह विवाद गहराता जा रहा है.
आत्मसम्मान को बता चुकी हैं सर्वोपरि
रोहिणी आचार्य ही वह बेटी हैं जिन्होंने अपने को अपनी किडनी दी है. अभी बीते 19 सितंबर को ही रोहिणी आचार्य ने एक ट्वीट किया था और आत्मसम्मान को सबसे बड़ा बताया था. अपने एक्स पोस्ट में उन्होंने लिखा था, "मैंने एक बेटी व बहन के तौर पर अपना कर्तव्य एवं धर्म निभाया है और आगे भी निभाती रहूंगी, मुझे किसी पद की लालसा नहीं है, न मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है, मेरे लिए मेरा आत्मसम्मान सर्वोपरि है."
मैंने एक बेटी व् बहन के तौर पर अपना कर्तव्य एवं धर्म निभाया है और आगे भी निभाती रहूँगी , मुझे किसी पद की लालसा नहीं है, न मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है ,मेरे लिए मेरा आत्म - सम्मान सर्वोपरि है 🙏
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) September 19, 2025
बता दें कि संजय यादव जो हैं वो तेजस्वी यादव के सलाहकार हैं. वर्तमान में वे राज्यसभा सांसद भी हैं. संजय यादव को लेकर लालू परिवार में लंबे समय से विवाद होता आया है. तेज प्रताप यादव पार्टी से निकाले जाने के बाद संजय यादव का नाम लिए बिना उन्हें 'जयचंद' बता चुके हैं. सियासी गलियारे में चर्चा है कि संजय यादव ही विवाद के कारण हैं. सबसे बड़ी बात है कि पार्टी से जुड़े नेता-प्रवक्ता इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. इसे पारिवारिक बात बता रहे हैं. आने वाले वक्त में पता चलेगा कि रोहिणी आचार्य के मन में क्या कुछ है या वे आगे क्या करती हैं.
Source: IOCL






















