रोहिणी आचार्य और तेजस्वी यादव में पहले बहस… फिर 'महाभारत', पढ़िए अंदर क्या कुछ हुआ
Rohini Acharya News: रोहिणी आचार्य का तेजस्वी पर यह आरोप है कि वे संजय यादव के अलावा किसी की बात को नहीं सुनते हैं. संजय यादव के साले सुमित जो तेजस्वी के पीए हैं, इस पर भी रोहिणी भड़की हुई थीं.

2025 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का ऐसा प्रदर्शन होगा यह किसी ने सोचा नहीं था. आरजेडी 25 सीटों में सिमट गई. इस चुनावी लड़ाई में हुई हार की 'आग' में अब लालू परिवार 'झुलस' रहा है. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने शनिवार (15 नवंबर, 2025) को अपने एक्स (पहले ट्विटर) हैंडल से एक पोस्ट किया और फिर अंदर की लड़ाई बाहर आ गई.
पहले रोहिणी आचार्य के 3 एक्स पोस्ट पढ़ें
पहला- "मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं… संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था... और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं."
दूसरा- "कल एक बेटी, एक बहन, एक शादीशुदा महिला, एक मां को जलील किया गया. गंदी गालियां दी गईं. मारने के लिए चप्पल उठाया गया. मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया, सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी. कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए मां-बाप-बहनों को छोड़ आई. मुझसे मेरा मायका छुड़ाया गया. मुझे अनाथ बना दिया गया. आप सब मेरे रास्ते कभी ना चलें, किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी-बहन पैदा ना हो."
तीसरा- कल मुझे गालियों के साथ बोला गया कि मैं गंदी हूं और मैंने अपने पिता को अपनी गंदी किडनी लगवा दी. करोड़ों रुपये लिए. टिकट लिया तब लगवाई गंदी किडनी. सभी बेटी-बहन जो शादीशुदा हैं उनको मैं बोलूंगी कि जब आपके मायके में कोई बेटा-भाई हो, तो भूल कर भी अपने भगवान रूपी पिता को नहीं बचाएं. अपने भाई, उस घर के बेटे को ही बोलें कि वो अपनी या अपने किसी हरियाणवी दोस्त की किडनी लगवा दे." इसके साथ और भी बहुत कुछ इस पोस्ट में रोहिणी ने लिखा है.
सवाल- कैसे शुरू हुई परिवार में लड़ाई?
दरअसल यह बात सामने आई है कि चुनाव में करारी हार के बाद लालू-राबड़ी नाराज थे. तेजस्वी यादव की जो कोर टीम है उसके कामकाज से संतुष्ट नहीं थे. चुनाव में करारी हार के बाद शनिवार (15 नवंबर) को तेजस्वी और रोहिणी में बहस हुई. दोपहर का वक्त था. रोहिणी आचार्य आरजेडी की हार के लिए संजय यादव और उनकी टीम को जिम्मेदार बता रही थीं. इस पर तेजस्वी यादव ने आपत्ति जताई. बात यहीं से बढ़ने लगती है.
रोहिणी आचार्य का तेजस्वी पर यह आरोप है कि वे संजय यादव के अलावा किसी की बात को नहीं सुनते हैं. विवाद के दौरान रोहिणी आचार्य ने यह कह दिया, "जब चुनाव में सब कुछ संजय ने किया तो जिम्मेदारी भी उसे लेनी होगी."
…और तेजस्वी यादव ने उठा लिया चप्पल
यहां बता दें कि संजय यादव के साले सुमित जो हैं वो तेजस्वी के पीए हैं. पीए बनाए जाने पर भी रोहिणी भड़की हुई थीं. रोहिणी ने तेजस्वी से बहस के दौरान संजय यादव के सहयोगी रमीज और अदनान की मनमानी की बात कही. इस पर तेजस्वी यादव को गुस्सा आ गया और उन्होंने चप्पल तक उठा लिया.
मीसा ने किया बीच-बचाव, राबड़ी ने रोहिणी को रोका
लालू परिवार में जब यह सब हो रहा था तो उस वक्त दूसरी बेटी और सांसद मीसा भारती भी मौजूद थीं. मामला बिगड़ता देख मीसा भारती ने बीच-बचाव किया. सबको समझाने की कोशिश की. बात बढ़ने से रोकना चाहा. इस बीच रोहिणी आचार्य घर छोड़कर जाने लगीं. शाम हो चुका था. हालांकि उनकी मां राबड़ी देवी ने रोकना चाहा लेकिन वे नहीं रुकीं. पटना एयरपोर्ट पर रोहिणी आचार्य ने मीडिया को बयान भी दिया. परिवार के खिलाफ बोला. इसके बाद वे दिल्ली के लिए रवाना हो गईं.
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Source: IOCL























