'आस्था के नाम पर...', सुधाकर सिंह का कुंभ को लेकर NDA पर आरोप, बजट पर किए बड़े खुलासे
Sudhakar Singh: आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने बजट को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं. वहीं एनडीए के जरिए कुंभ के आयोजन को इवेंट बनाने का आरोप लगाया है.

MP Sudhakar Singh: आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने कुंभ मेले के आयोजन और इस दौरान हुई मौत को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कुंभ को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि चाहे ममता बनर्जी हों या लालू यादव कोई भी कुंभ को लेकर क्या बयान दे रहे हैं. वह तो हम नहीं जानते, लेकिन यह सच्चाई है कि कुंभ को एनडीए एक इवेंट के रूप में परोस रही है और लोगों की जान ले रही है.
आस्था के नाम पर राजनीति- सुधाकर सिंह
उन्होंने कहा कि सिर्फ दिल्ली और प्रयागराज ही नहीं बल्कि कुंभ यात्रा को लेकर कई जगहों पर मौत हो रही है. अगर आंकड़ा देखा जाए तो अब तक कुंभ के में 1000 से ऊपर लोगों की जान गई है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ के नाम पर उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने लोगों को मौत परोसने का काम किया है. मैं किसी की आस्था पर सवाल नहीं करूंगा, लेकिन आस्था के नाम पर राजनीति करके मौत बांटना यह गलत बात है.
वहीं केंद्रीय बजट पर सुधाकर सिंह ने कई बड़े आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पिछला बजट जो पेश हुआ था, उसका क्या हुआ. इसके लिए हम आरटीआई से मांग करेंगे. सुधाकर सिंह ने कहा कि केंद्रीय बजट में मखाना बोर्ड के गठन को पेश किया गया है. इसमें कहा गया है कि बिहार में मखाना उत्पादन को पर बढ़ावा मिलेगास लेकिन हकीकत यह है कि केंद्रीय बजट में इसके लिए कोई राशि आवंटन का जिक्र नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की भी घोषणा बजट में की गई है कि बिहार में तीन नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनेंगे, लेकिन जो बजट पेश हुआ है. उसकी कॉपी कोई देख ले. उसमें जगह और लागत की कोई चर्चा नहीं की गई है. उन्होंने पटना में आईआईटी का विस्तार पर की घोषणा पर कहा कि संकाय और रिसर्च सुविधाओं के विस्तार को लेकर कोई ठोस प्रगति नहीं हुई. बिहार में उच्च शिक्षा के लिए संसाधनों की जरूरत बनी हुई है. वह सब पूरा नहीं हुआ है और आईआईटी पटना का विस्तार करने की घोषणा की गई है.
सुधाकर सिंह ने कहा कि एक और घोषणा की गई है कि राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता प्रबंधन संस्थान ( NIFTEM) बनाने का है. इसके तहत बिहार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए नए संस्थान बनाने की बात की गई है ,लेकिन इसके लिए जगह और लागत की चर्चा कहीं नहीं की गई है. बिहार के लोगों को मूर्ख बनाने के लिए यह घोषणा की गई है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष केंद्र सरकार की एक और घोषणा है कोसी मिथिलांचल नहर विस्तार, लेकिन यह नहर तो पहले से चालू है और बड़ी बात है कि इसके विस्तार के लिए रकम का कोई प्रावधान नहीं है.
पिछले बजट पर आरटीआई की करेंगे मांग
सुधाकर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार चुनाव के बाद जुलाई महीने में 2024-25 का केंद्रीय बजट पेश किया था, जिसमें गया में इंडस्ट्रियल मोड, 2400 मेगावाट थर्मल पावर, बाढ़ सहायता, कोसी में अंतरराष्ट्रीय सिंचाई परियोजना, बक्सर भागलपुर एक्सप्रेसवे और पटना पूर्णिया एक्सप्रेस और मंदिर कॉरिडोर परियोजना शामिल हैं. जिसमें कई को अभी तक राशि आवंटन नहीं किया गया है और कुछ तो बहुत पहले की परियोजना है और कई योजनाओं में अभी तक काम शुरू नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि हम आरटीआई से पिछले बजट में कितनी राशि आवंटित की गई है और उसे बजट की घोषणा में अब तक क्या हुआ है, उसकी मांग करने जा रहे हैं.
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