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पटनाः राजधानी में 10 जगहों पर बनेगा IPT स्टैंड, ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने के लिए बना प्लान
भीड़भाड़ वाली दस जगहों को किया गया चिह्नित, सभी स्टैंडों में शेड और यात्रियों की बैठने की होगी व्यवस्था.डस्टबिन, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड और एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी, भविष्य में सीसीटीवी कैमरा और वाईफाई.
![पटनाः राजधानी में 10 जगहों पर बनेगा IPT स्टैंड, ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने के लिए बना प्लान IPT stand will be built at 10 places of Patna plan made to smooth the traffic system ann पटनाः राजधानी में 10 जगहों पर बनेगा IPT स्टैंड, ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने के लिए बना प्लान](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/20/986307f179cb89013f3c498c087edab4_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
पटनाः स्मार्ट सिटी के तहत राजधानी पटना में कुल 10 स्थानों पर इंटरमीडिएट पब्लिक ट्रांसपोर्ट (आईपीटी) स्टैंड बनाने की तैयारी की जा रही है. हाल के दिनों में सड़कों पर ऑटो और ई-रिक्शा की संख्या बढ़ी है जिसको देखते हुए यह फैसला लिया गया है. पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिमिटेड (पीएससीपीएल) की पीआरओ हर्षिता ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आईपीटी स्टैंड की स्थापना से पैदल चलने वालों और निजी वाहन वाले यात्रियों को सहूलियत होगी.
सभी स्टैंडों पर बैठने की सुविधा, लगेंगे शेड
ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट एंड वर्कर्स फेडरेशन के अनुसार, पटना में पांच हजार सीएनजी के साथ लगभग 30 हजार बैटरी वाले ऑटो-रिक्शा चल रहे हैं. पीएससीपीएल के तहत पटना में भीड़भाड़ वाली दस जगहों को चिह्नित किया गया है. सभी स्टैंडों में शेड और यात्रियों की बैठने की व्यवस्था होगी. साथ ही डस्टबिन, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड और एक एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी. भविष्य में सीसीटीवी कैमरा और वाईफाई जैसी सुविधाओं के बारे में भी प्लान किया जाएगा.
पटना में इन दस जगहों को किया गया चिह्नित
- जीपीओ गोलंबर
- चिरैयाटांड़ (पिलर संख्या 43 के पास)
- तारामंडल
- गार्डिनर अस्पताल (वीरचंद रोड पर)
- बांस घाट
- डीएम आवास (पीर अली पार्क के पास)
- गांधी मैदान (गेट संख्या 5)
- बिहार इंटरमीडिएट काउंसिल-1
- बिहार इंटरमीडिएट काउंसिल-2
- जमाल रोड (पिलर संख्या 22 के पास)
बता दें कि इन 10 स्टैंडों के बनवाने के पीछे यह वजह बताई जा रही है कि अक्सर ऑटो और ई-रिक्शा के चालकों सड़क पर जहां-तहां वाहन रोककर यात्रियों को बैठाने लगते हैं या उतारने लगते हैं. ऐसे में सड़क पर ट्रैफिक व्यवस्था बाधित होती है. साथ ही दुर्घटना की भी स्थिति बनी रहती है. इन सबको देखते हुए यह किया जा रहा है.
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