भोजपुरी सिनेमा को लेकर खेसारी लाल यादव का रवि किशन पर तंज, बोले- 'उनका एक बार फिर...'
Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव ने कहा कि ऐसा नहीं है उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी है. उनसे कहना चाहता हूं कि वह हिंदी सिनेमा में काम कर रहे हैं, अब एक बार फिर भोजपुरी सिनेमा बना दें.

बिहार चुनाव 2025 के बीच सियासी बयानबाजियों का दौर जारी है. इसी बीच छपरा से राजद प्रत्याशी खेसारी लाल यादव ने भाजपा सांसद रवि किशन पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यह लोग फालतू के मुद्दे को बेमतलब भटकाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, शब्दों से किसी को छोटा करने के लिए यहां विकास का मुद्दा हैं यहां व्यक्ति विशेष का मुद्दा है.
खेसारी लाल ने कहा कि ऐसा नहीं है उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी है. मेरे बड़े भाई हैं उनसे कहना चाहता हूं कि वह हिंदी सिनेमा में काम कर रहे हैं, अब एक बार फिर भोजपुरी सिनेमा बना दें.
खेसारी लाल यादव ने कसा तंज
बिहार के छपरा में राजद उम्मीदवार खेसारी लाल यादव ने रवि किशन पर हमला करते हुए कहा कि उनका दोबारा अवतार हुआ है. दोबारा अवतार में अर्जुन यही थे ये अर्जुन थे और भगवान बस इन्हीं से कहे थे. उन्होंने आगे कहा कि, चुनाव में आपकी पार्टी अलग है. मेरी विचार धारा अलग है.
उन्होंने आगे बताया कि, मेरे कहने का मलतब है कि आप दिल्ली में रहते हो, आपको दिल्ली अच्छा लगता है. हमको कश्मीर अच्छा लगता है. इसमें विरोध की कौन सी बात है.
रवि किशन के अधर्मी वाले बयान पर क्या बोले खेसारी
खेसारी लाल यादव ने कहा कि, रवि किशन ने कहा है कि मैं अधर्मी हो गया, सच कहीं तो जो नेता हैं, वो तो मेरे बड़े भाई हैं. लेकिन जब उन्होंने राजनीति में कदम रखा तो एक नेता के तौर पर उनको शब्दों से छोटा करना है. किसी को विकास की कोई बात नहीं करनी है. उन्होंने आगे कहा कि, हम यहां विकास की बात करने आएं हैं, हमारी लड़ाई विकास के लिए है तेजस्वी यादव विकास के लिए लड़ रहे हैं.
पीएम मोदी को लेकर क्या बोले खेसारी लाल यादव
पीएम मोदी को लेकर कहा कि, मैं लिख कर दे रहा हूं, एक भी एनडीए का नेता विकास पर बात ही नहीं करेगा. वो सिर्फ गंदी चीज़ों को उठा कर आपके दिमाग मे भरेगा. उन्होंने आगे कहा कि, देखो ऐसा होगा, शेर आ जायेगा, खा जाएगा. खेसारी ने कहा कि हम जंगल में थोड़ी है कि शेर आ जायेगा खा जाएगा.
जंगलराज के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि, पहले जंगल मान लो थोड़ी देर के लिए था, अब वो जंगल शहर बन चुका है. अब वह जंगल न तो अभी भी आएगा, शेर अभी भी खा जाएगा हम इतने बेवकूफ हो गए हैं. प्रधानमंत्री ऐसे शब्दों का जुबान से व्यख्यान कर रहे हैं. जुबान से गानों का स्तर कितना नीचे गिर गया है. राजनीति में हम किसी को बुरा बनाने के लिए किस हद तक जा सकते हैं. यह सही नहीं है.
Source: IOCL





















