खान सर ने किया BPSC के खिलाफ सबूत मिलने का दावा, आयोग ने भी तपाक से दिया जवाब, पढ़िए पूरा मामला
BPSC Re-Exam 2024: चर्चित शिक्षक खान सर का कहना है कि बीपीएससी जिस चीज को छुपा रहा था उससे पर्दा हट गया है. अब सबूत के आधार पर हम हाईकोर्ट में निश्चित रूप से केस जीतने वाले हैं.

BPSC 70th Exam 2024: 70वीं बीपीएससी की पीटी परीक्षा को लेकर चर्चित शिक्षक खान सर ने गुरुवार (13 फरवरी) को बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि दो महीने से हम जिस सबूत को खोज रहे थे वो हमारे हाथ लग गया है. 13 दिसंबर (2024) को बीपीएससी की परीक्षा हुई थी और 13 फरवरी को हमें सबूत मिले हैं. इसके आधार पर हम हाईकोर्ट में निश्चित रूप से केस जीतने वाले हैं. बीपीएससी जिस चीज को छुपा रहा था उससे पर्दा हट गया है.
कबाड़ में बेचने थे प्रश्नपत्र
खान सर ने कहा कि 13 दिसंबर को बीपीएससी (70वीं पीटी) की परीक्षा हुई थी. तीन सेट में प्रश्नपत्र बनाए जाते हैं ताकि एक लीक हो जाए तो हम बाकी का इस्तेमाल कर सकें. बचे हुए प्रश्न पत्रों को अपने-अपने जिलों की ट्रेजरी में जमा कराने का नियम है. जब हमने जांच की तो पता चला कि नवादा और गया की ट्रेजरी से प्रश्नपत्र गायब हुए थे. उन्होंने दावा किया कि जो प्रश्नपत्र गायब हुए थे उसे बापू परीक्षा केंद्र पर दिया गया था जबकि वो प्रश्नपत्र कबाड़ में बेचने थे. जो परीक्षा चार जनवरी को हुई इसीलिए उसमें तीन गुणा परिणाम आए. खान सर ने कहा कि छात्रों की दोबारा परीक्षा कराने की मांग जायज है. 4.5 लाख छात्रों को न्याय मिलना चाहिए.
खान सर के आरोपों पर आयोग ने दी सफाई
खान सर ने गुरुवार को जैसे ही ये आरोप लगाए तो तपाक से बीपीएससी की ओर से सफाई दे दी गई. आयोग की ओर से कहा गया कि, "कुछ कोचिंग संचालकों द्वारा तथाकथित सोशल मिडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है कि दिनांक 04.01.2025 को आयोजित एकीकृत 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता पुनर्परीक्षा में प्रश्न-पत्र का नया सेट प्रिंट नहीं करवाकर दिनांक 13.12.2024 को आयोजित प्रारंभिक परीक्षा हेतु प्रिंट कराए गए प्रश्न-पत्र के सेट में से अप्रयुक्त (Unused) प्रश्न-पत्र के सेट का प्रयोग किया गया था."
आयोग की ओर से जारी किए गए नोटिस में आगे लिखा गया है, "उक्त के संदर्भ में आयोग स्पष्ट करता है कि दिनांक 04.01.2025 को आयोजित पुनर्परीक्षा हेतु आयोग के प्रावधानानुसार अभ्यर्थियों की संख्या के अनुरूप तीन नए प्रश्न-पत्र सेट प्रिंट कराए गए और Element of Surprise के तहत एक सेट प्रश्न-पत्र का चयन कर पुनर्परीक्षा में उपयोग किया गया. नए प्रश्न-पत्र सेट प्रिंट कराने के कारण ही पुनर्परीक्षा आयोजित करने में 21 दिनों का समय लगा. सोशल मीडिया पर प्रचारित/प्रसारित आरोप पूरी तरह निराधार है."
भ्रम फैलान के लिए दिए जा रहे साक्षात्कार
बीपीएससी ने यह भी कहा कि, "सभी सफल अभ्यर्थियों को ऐसे तत्वों से सावधान रहने की आवश्यकता है. इस तरह के अवांछित तत्व अभ्यर्थियों का ध्यान आकृष्ट करने, लगातार खबरों में बने रहने व सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए पूर्व में भी नॉर्मलाइजेशन व अन्य विषयों को मुद्दा बनाकर सोशल मीडिया पर बिना किसी जानकारी के कल्पना के आधार पर लगातार भ्रम/अफवाह फैलाने हेतु साक्षात्कार देते रहते हैं. अभ्यर्थियों को सूचित किया जाता है कि सही जानकारी/सूचना के लिए आयोग की आधिकारिक वेबसाइट का अनुसरण करें."
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