CM नीतीश कुमार को पुराने सिपहसालारों से मिली सीधी चुनौती, RCP-PK की जोड़ी ऐसे बिगाड़ेगी खेल!
Bihar Election 2025: पहली बार दो पुराने सिपाहसालारों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती मिलने वाली है. राजनीतिक दस्तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक गांव कल्याण बिगहा में दी जाएगी.

Bihar Politics: चुनाव से पहले बिहार की सियासत करवट ले रही है. सियासत के दो सबसे बड़े किरदार जाने-पहचाने हैं. दोनों कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आंख और नाक माने जाते थे. अब राजनीतिक चुनौती की स्क्रिप्ट लिखने जा रहे हैं. दिलचस्प बात है कि स्क्रिप्ट मुख्यमंत्री के खिलाफ है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और जदयू के अध्यक्ष रहे आरसीपी सिंह ने अपनी नवगठित पार्टी ‘आसा’ का जन सुराज में विलय कर दिया है. प्रशांत किशोर ने आरसीपी सिंह को जन सुराज की सदस्यता दिलाई. घटनाक्रम के बाद अब नई सियासी यात्रा का बिगुल बज गया.
बदलाव की ‘कल्याण’ से शुरुआत!
पहली राजनीतिक दस्तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक गांव कल्याण बिगहा में दी जाएगी. विरोध की शुरुआत कभी सत्ता और रणनीति की धुरी रही धरती से होने वाली है. प्रशांत किशोर ने मंच से कहा, "2015 में महागठबंधन के समय लालू-नीतीश से पहले हम दोनों साथ आए थे. आज फिर हम दोनों एक साथ हैं. बिहार में बदलाव का समय आ गया है.” आरसीपी सिंह का भी लहजा साफ था. उन्होंने कहा, “हमने NDA और INDIA दोनों के लिए काम किया. अब अपने लिए काम कर रहे हैं. हमारा घर बिहार है. 35 साल से इधर-उधर की राजनीति में उलझे रहने के बाद अब टॉप पर पहुंचने का वक्त है.”
'ठेकेदारों की पार्टी बन गई है जदयू'
प्रशांत किशोर ने जदयू को ठेकेदारों की पार्टी बताया. उन्होंने कहा, "जन सुराज क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से मुक्त बिहार का सपना लेकर चल रहा है.” प्रशांत किशोर का बयान जदयू के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी है.
PK-RCP से CM नीतीश को चुनौती
जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पहली बार करीबी रहे नेताओं से सीधी चुनौती मिली है. आरसीपी सिंह कभी सबसे भरोसेमंद आवाज थे. वहीं, प्रशांत किशोर को 2015 की ऐतिहासिक जीत का मास्टरमाइंड माना जाता है.
आज दोनों ने साझा मंच से नीतीश कुमार को ललकारा. चुनाव से पहले जन सुराज में राजनीतिक अनुभव जुड़ गया है. आरसीपी सिंह के प्रशासनिक और राजनीतिक अनुभव पर नजर रहेगी. वहीं, प्रशांत किशोर की रणनीतिक कुशलता को भी परखा जाएगा.
बिहार की जनता को लंबे समय से वैकल्पिक राजनीति की तलाश है. क्या तीसरा विकल्प सत्ता की अगली कहानी का प्रस्तावना लिखेगा? अब देखना होगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नई चुनौती का क्या जवाब देते हैं? आगामी चुनाव में जनता किस पर भरोसा जताती है?
ये भी पढ़ें- 'ऐसी निकम्मी सरकार अब हमें नहीं स्वीकार', तेजस्वी यादव का तीखा प्रहार, CM नीतीश से मांगा जवाब
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























