'प्रोटोकॉल है CM, PM के सामने...', हिजाब मामले में नीतीश के समर्थन में बोले एक्टर मनीष चतुर्वेदी
Hijab Row: नीतीश कुमार द्वारा मुस्लिम महिला डॉक्टर से हिजाब हटाने के मामले पर विवाद जारी है. अभिनेता मनीष चतुर्वेदी ने इसे प्रोटोकॉल से जुड़ा बताते हुए नीतीश कुमार का समर्थन किया.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक मुस्लिम महिला डॉक्टर से हिजाब हटाने की कथित कोशिश का मामला पूरे देश में तूल पकड़ चुका है. कई जगहों पर इसका विरोध किया जा रहा है. भोजपुरी और हिंदी फिल्मों के कई कलाकार भी इसका विरोध कर रहे हैं. वहीं, पटना निवासी और भोजपुरी व हिंदी फिल्मों में काम करने वाले कलाकार मनीष चतुर्वेदी ने नीतीश कुमार का समर्थन किया है और मुस्लिम महिला डॉक्टर को नसीहत दी है.
मनीष चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि वह देख रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान मुस्लिम महिला का हिजाब हटाने की कोशिश को लेकर लोग अनावश्यक रूप से मुद्दा बना रहे हैं और इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है. सच कहा जाए तो यह न तो मजहब के लिए और न ही इंसानियत के लिए सही है. नीतीश जी एक सम्मानित व्यक्ति हैं और एक इंजीनियर भी रह चुके हैं. अगर आप मुख्यमंत्री के पास जाते हैं, तो क्या आप वहां चेहरा ढककर जाएंगे. इसलिए मेरा मानना है कि शिक्षित होना जरूरी है और इस बात को समझना चाहिए.
CM, PM और गृह मंत्री के पास जाने के लिए एक प्रोटोकॉल होता है- मनीष चतुर्वेदी
उन्होंने आगे कहा कि जो नासमझ जनता है, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के पास जाने के लिए एक प्रोटोकॉल होता है, जिसमें नकाब हटाना पड़ता है. वह डॉक्टर साहिबा डॉक्टरेट की डिग्री रखती हैं और नियुक्ति पत्र लेने गई थीं, तो उन्हें खुद सोचना चाहिए था कि मुंह पर नकाब लगाकर नहीं जाना चाहिए. लोग यह भी देखते हैं कि किसे सम्मान दिया गया और किसे नियुक्ति पत्र मिला, और वह इसके योग्य है या नहीं. इसमें कोई बड़ी बात नहीं है और इसे मजहबी रंग नहीं दिया जाना चाहिए.
गिने-चुने कलाकार भी इस मुद्दे को मजहबी रंग दे रहे हैं- मनीष चतुर्वेदी
उन्होंने कहा कि कुछ गिने-चुने कलाकार भी इस मुद्दे को मजहबी रंग दे रहे हैं. हम कलाकार हैं, हम सबके लिए हैं और हमारे लिए सभी धर्म समान हैं. इसलिए इस बात को तूल न दें और बोलने से पहले सोचें और समझें. उन्होंने आगे कहा कि यदि संयोग से उस महिला की जगह कोई और नकाब में नियुक्ति पत्र लेने जाता, तो फिर क्या होता. उस वक्त लोग क्या कहते. ऐसी कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. हम लोग भी यूनिवर्सिटी में पढ़े हैं और ऐसी घटनाएं देखी हैं. इसलिए इसे बेवजह तूल नहीं दिया जाना चाहिए. क्या आप कहीं सम्मान लेने या नियुक्ति पत्र लेने जाएंगे तो मुंह पर नकाब लगाकर जाएंगे. मेरा मानना है कि नहीं.
मनीष चतुर्वेदी ने कहा कि नीतीश कुमार जी ने कोई गलती नहीं की है. नीतीश जी एक इंजीनियर हैं और उन्हें किसी को समझाने या बताने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वह सब कुछ जानते हैं. उन्होंने नीतीश कुमार का सम्मान करते हुए कहा कि वह इतने वर्षों से मुख्यमंत्री हैं. एक समय था जब बिहार गर्त में था. हम लोग कहीं जाते थे तो कहा जाता था कि यह बिहारी है और लोग हीन दृष्टि से देखते थे. लेकिन आज उनकी वजह से हम सम्मानित होते हैं और गर्व से कहते हैं कि हम बिहारी हैं. इसलिए कृपया नीतीश जी पर उंगली न उठाएं और इस पूरे मामले को अच्छी तरह सोच-समझकर देखें.
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Source: IOCL






















