बिहार: नाम लिए बिना तेजस्वी और चिराग पर सुशील मोदी का तंज़, कहा- कमज़ोर छात्र चुनाव में जाने से डर रहे
सुशील मोदी का कहना है कि सरकार ने हर गरीब परिवार को चार मास्क और एक साबुन मुफ्त देने के लिए पंचायतों के लिए 160 करोड़ रुपये जारी किये. कोरोना से डरने की नहीं, उसे हराने की जरूरत है.

पटना: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर चुनाव के समय और टालने को लेकर चल रहे बयान पर कहा कि जो कमज़ोर छात्र होते हैं, वह चुनाव टालने के बहाने ढूंढते हैं. मोदी ने कहा कि बिहार विधानसभा के चुनाव में अभी तीन महीने का वक्त है. तब तक संक्रमण की क्या स्थिति रहेगी, यह कहना कठिन है. सारी स्थिति का आकलन कर कोई निर्णय करना चुनाव आयोग का काम है, इसलिए आयोग की तैयारियों पर अभी से राजनीतिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए. विधानसभा चुनाव समय पर हो या टल जाए, एनडीए आयोग के निर्णय का पालन करेगा.
सुशील मोदी ने कहा, "हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं, लेकिन जैसे कमजोर विद्यार्थी परीक्षा टालने के मुद्दे खोजते हैं, वैसे ही कुछ दल चुनाव टालने के लिए दबाव बना रहे हैं. कोरोना संक्रमण से बचाव ही सबसे अच्छा इलाज है, इसलिए लोगों को मास्क, सफाई और शारीरिक दूरी का पालन करने में कोई ढिलायी नहीं बरतनी चाहिए."
सुशील मोदी का कहना है कि सरकार ने हर गरीब परिवार को चार मास्क और एक साबुन मुफ्त देने के लिए पंचायतों के लिए 160 करोड़ रुपये जारी किये. कोरोना से डरने की नहीं, उसे हराने की जरूरत है. बिहार में रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से बेहतर है. यह जांच, इलाज और बचाव के लिए अच्छे प्रयास से संभव हुआ है.
मोदी ने आगे कहा, "पटना एम्स सहित नौ अस्पताल कोरोना के इलाज के लिए समर्पित किए गए. मास्क पहनने और दो गज दूरी के नियम का पालन कर हम बार-बार के लाकडाउन को टाल सकते हैं."
दरअसल चिराग पासवान और तेजस्वी ने कोरोना के खतरे का हवाला देकर चुनाव टालने को लेकर बयान दिया है. सुशील मोदी ने इसके पहले भी तेजस्वी को कमज़ोर विधार्थी करार देकर चुटकी ली थी, लेकिन इस बार इशारों में चिराग पासवान को भी नसीहत दे दी है.
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